रियो पैरा-ओलम्पिक्स पदक विजेता दीपा मलिक ने अपना दूसरा पदक एशियाई पैरा खेलों में जीत लिया है। दीपा मलिक ने शुक्रवार को महिला एफ51 / 52/53 के डिस्कस थ्रो इवेंट में कांस्य पदक जीता है। दीपा ने अपने चौथे प्रयास में अपना सर्वश्रेष्ठ दिया और 9.67 मीटर की थ्रो के साथ उन्होने तीसरा स्थान हासिल किया।
ईरान के एल्नाज़ डाराबियन ने गोल्ड हासिल किया और 10.71 मीटर के सर्वश्रेष्ठ थ्रो के साथ ही एक नया एशियाई रिकॉर्ड भी स्थापित कर दिया है। बहरीन की फतेमा नेदम ने 9.87 मीटर के थ्रो के साथ सिल्वर जीता।
एक अन्य भारतीय एकता भयान ने भी इस इवेंट मे हिस्सा लिया था। उन्होने महिला क्लब थ्रो में गोल्ड जीता था। लेकिन इस इवेंट में 6.52 मीटर के सर्वश्रेष्ठ प्रयास के साथ आखिरी नंबर पर रही। एफ 51/52/53 श्रेणी की खास बात यह है कि एथलीटों बाजुओ में पूर्ण शक्ति होती हैं, लेकिन पेट की मांसपेशियों में कोई शक्ति नहीं होती है। इसलिए वो बैठे हुए खेलों में ही प्रतिस्पर्धा करते हैं।
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रियो पैरा-ओलम्पिक्स पदक विजेता दीपा मलिक ने अपना दूसरा पदक एशियाई पैरा खेलों में जीत लिया है। दीपा मलिक ने शुक्रवार को महिला एफ51 / 52/53 के डिस्कस थ्रो इवेंट में कांस्य पदक जीता है। दीपा ने अपने चौथे प्रयास में अपना सर्वश्रेष्ठ दिया और 9.67 मीटर की थ्रो के साथ उन्होने तीसरा स्थान हासिल किया।ईरान के एल्नाज़ डाराबियन ने गोल्ड हासिल किया और 10.71 मीटर के सर्वश्रेष्ठ थ्रो के साथ ही एक नया एशियाई रिकॉर्ड भी स्थापित कर दिया है। बहरीन की फतेमा नेदम ने 9.87 मीटर के थ्रो के साथ सिल्वर जीता।एक अन्य भारतीय एकता भयान ने भी इस इवेंट मे हिस्सा लिया था। उन्होने महिला क्लब थ्रो में गोल्ड जीता था। लेकिन इस इवेंट में 6.52 मीटर के सर्वश्रेष्ठ प्रयास के साथ आखिरी नंबर पर रही। एफ 51/52/53 श्रेणी की खास बात यह है कि एथलीटों बाजुओ में पूर्ण शक्ति होती हैं, लेकिन पेट की मांसपेशियों में कोई शक्ति नहीं होती है। इसलिए वो बैठे हुए खेलों में ही प्रतिस्पर्धा करते हैं।