आपने हमेशा ही देखा होगा कि हमे भोजन के लिए पानी और जमीन की जरूरत होती है लेकिन अब हवा हमें खाना देगी। जी हां, फिनलैंड की एक कंपनी सोलर फूड बनाने जा रही है। ऐसे फूड के लिए सिर्फ कार्बन डाइऑक्साइड, पानी और बिजली की जरूरत होगी।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, हवा, पानी और बिजली से सोलीन नाम का प्रोटीन पाउडर बनने जा रहा है। सोलीन को बनाने का कार्य 2018 में ही शुरु किया गया था, जिस पर अभी भी काम चल रहा है और बताया जा रहा है कि 2021 तक सोलीन को मार्केट में लांच भी कर दिया जायेगा।
बता दें कि हवा से बनने वाला सोलीन प्रोटीन पाउडर दिखने में आटे जैसा होगा। हाई प्रोटीन वाले इस फूड में 50 फीसदी प्रोटीन, 5 से 10 फीसदी फैट और 20 से 25 फीसदी कार्ब कंटेट्स होंगे। कंपनी का दावा है कि ये दिखने में भी आटे जैसा होगा और इसका टेस्ट भी आटे जैसा होगा। फिनलैंड की कंपनी हवा से बनाए जाने वाले इस फूड के लिए मार्केट तलाश रही है। इससे कई तरह का खाना बनाया जा सकता है।
वहीं, सोलीन फूड बनाने के लिए हवा से कार्बन डाइऑक्साइड लिया जाएगा। इसके लिए कार्बन कैप्चर टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल किया जाएगा। इसके बाद इसमें पानी, विटामिंस और न्यूट्रीएन्ट्स मिलाया जाएगा। इसके बाद सोलर एनर्जी के इस्तेमाल से सोलीन बनाया जाएगा। इसे बनाने की प्रक्रिया नेचुरल फरमंटेशन की तरह होगी, जिस तरह से यीस्ट और लैक्टिक एसिड बैक्टीरिया बनाया जाता है।
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सोलर फूड बनाने के लिए न खेती वाली जमीन की जरूरत होगी और न ही पानी की। पानी भी हवा से ही लिया जाएगा। कंपनी का दावा है कि इससे खेती की जो लिमिटेशंस हैं, वो खत्म हो जाएंगी। खाना पैदा करने की ये नई तकनीक हैरान करने वाली है। आमतौर पर खेती से खाने लायक चीजें मिलती हैं। लेकिन उसके लिए खेती लायक जमीन, पानी और खेती के अनुकूल मौसम की जरूरत पड़ती है। सोलर फूड में इनमें से किसी की आवश्यकता नहीं होगी।
वहीं, कहा जा रहा है कि सोलीन नासा का ओरिजनल आइडिया है। लेकिन इस पर अब फिनलैंड की कंपनी काम कर रही है। इसके लिए कंपनी यूरोपियन स्पेस एजेंसी के साथ मिलकर काम कर रही है। ये अंतरिक्ष यात्रियों के लिए बड़े काम की साबित हो सकती है। इससे उस क्षेत्र में खाना मिलना आसान हो जाएगा, जहां पर खेती की संभावना नामुमकिन है।