अब आप कोई पेशेवर हैं, बिजनेसमैन हैं या नौकरीपेशा हैं, वर्क फ्रॉम होम अगर आप कर रहे हैं तो अब आप इसको वर्क फ्रॉम बीच में परिवर्तित कर सकते हैं। आप समुद्र तट पर लहरों का आनंद लेते हुए अपना ऑफिस का काम कर पाएंगे इससे अच्छा क्या हो सकता है। ये एक सपने जैसा लगता है और इसी को सच करने में जुटी है गोवा की सरकार। बुधवार को गोवा के पर्यटन, सूचना एंव प्रौद्योगिकी मंत्री रोहन खूंटे ने विधानसभा में कहा कि सरकार अब समुद्र तटों पर को-वर्किंग स्पेस (सह-कार्यस्थल) बना रही है जिसके जरिए हम गोवा में काम करने की संस्कृति को बढ़ावा देना चाहते हैं।
उन्होंने बताया कि शुरुआती दौर में दक्षिण गोवा जिले में बेनौलिम बीच और उत्तरी गोवा जिले में मोरजिम और मीरामार बीच को को-वर्किंग स्पेस के लिए चुना गया है। यहां व्यक्ति अपना ऑफिस का काम शांत वातावरण में कर सकता है, फिर बीच पर जा सकता है और वापस आकर शावर लेकर फिर से अपना काम शुरु कर सकता है।
उन्होंने कहा कि हमने देखा है बहुत सी कंपनियां अपने कर्मचारियों को घर से काम करने की आजादी दे रही हैं। हम चाहते हैं कि ऐसे लोग जो घर पर रहकर काम करना चाहते हैं वो यहां आएं इन को-वर्किंग स्पेस पर आएं और यहीं से अपना काम करें, हम उन्हें इसके लिए अच्छा वातावरण देंगे। साथ ही इससे वो हमारी बेहतर आईटी सिस्टम गोवा में बनाने में मदद करेंगे।
मंत्री खूंटे ने इसके लिए आईटी क्षेत्र के लिए अनुदान की मांग की। उन्होंने कहा कि गोवा को टी-हब के तौर पर विकसित किया जाना चाहिए। टी-हब तेलंगाना के हैदराबाद में एक इनोवेशन मध्यस्थ और बिजनेस इनक्यूबेटर है। ये इनोवेशन के ट्रिपल हेलिक्स मॉडल पर स्थापित है। ये तेलंगाना सरकार, हैदराबाद के तीन शैक्षणिक संस्थानों और निजी क्षेत्र के साथ एक साझेदारी है।
हमें गोवा को टी-हब के रुप में विकसित करना है तो उसके लिए हमें एक खाली स्थान की जरुरत है। हमने गोवा को को-वर्किंग स्पेस में परिवर्तित करने के लिए खाली जगहों की तलाश में पहले ही विज्ञापन जारी कर दिए हैं। आज हम डेटाबेस के साथ तैयार हैं, गोवा एक स्किल्ड मैनपावर तैयार करना चाहता है जो आईटी कंपनियों की जरुरत है।
उन्होंने कहा अभी जो आईटीमैनपावर देश में है वो पहले ही आईटी कंपनियों द्वारा इस्तेमाल की जा रही हैं। हमें नई मैनपावर बनानी होगी और उनकी स्किल डवलप करनी होगी ताकि उन्हें मौजूदा मैनपावर में शामिल किया जा सके। इसके लिए गोवा सरकार तेलंगाना अकेडमी ऑफ स्किल और नॉलेज के साथ इस उद्देशय को पूरा करने के लिए एक एमओयू पर हस्ताक्षर कर रही है।
मंत्री ने कहा कि हमारा पर्यटन विभाग एक मॉडल बीच तैयार करने पर विचार कर रहा है जहां वो को-वर्किंग स्पेस बनाकर दिखा सके। जिसमें वाई-फाई सहित सभी आधुनिक सुविधाएं हो जो काम करने के लिए जरुरी हो। ये स्थान दक्षिण गोवा में कोलवा, बेनौलिम और बैना समुद्र तटों और उत्तरी गोवा में कलंगुट-बागा बेल्ट पर स्थापित किए जाएंगे। इनमें प्लग एंड प्ले की सुविधा दी जाएगी।
वहीं गोवा सरकार ये फैसला कितना कारगर साबित होता है ये आईटी प्रोफेसनलस के इस स्थान के प्रति रुची और उन्हें काम करने के लिए अच्छा वातावरण मिलने पर ही निर्भर करेगा।