मैना कटारिया
अक्सर यह कहा जाता है कि शाम के समय नहीं सोना चाहिए पर ऐसा क्यों कहा जाता है यह प्रश्न बार-बार हमारे मन मस्तिष्क में आता है। चलिए आज आपको शाम के समय क्यों नहीं सोना चाहिए इसके बारे में बताते हैं वास्तुशास्त्र के अनुसार शाम के समय सोने से हम नकारात्मक ऊर्जा को आकर्षित करते है और लक्ष्मी माता को भी नाराज करते है इसके साथ ही शाम के समय सोना हमारे स्वास्थ्य के लिए भी हानिकारक हो सकता है।
स्वास्थ्य के लिए हानिकारक-
शाम के समय सोने के लिए न सिर्फ वास्तुशास्त्र मना करता है बल्कि विज्ञान में भी शाम के समय सोना उचित नहीं माना जाता। विज्ञान की मानें तो मनुष्य के लिए 8 घंटे की नींद पर्याप्त होती है लेकिन इसका मतलब यह नहीं है कि आप शाम के समय सोए। विज्ञान कहता है कि सूर्यास्त होने के साथ आपको अपने सभी कामों को समय के साथ पूरा करने चाहिए ताकि आप देर रात तक ना जगे और सही समय पर सो जाएं सही समय पर सोना हमारे स्वास्थ्य के लिए बहुत ही लाभदायक होता है वहीं अगर हम शाम के समय सो जाते हैं तो हमें देर रात तक नींद नहीं आती जिसके कारण हमारा पाचन तंत्र खराब हो जाता है और हमारे स्वास्थ्य पर बुरा असर पड़ता है।
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नकारात्मक ऊर्जा को आकर्षित-
जब हम शाम के समय सोते हैं तब हम बहुत ही थके हुए महसूस करते हैं वास्तुशास्त्र में इसका कारण यह बताया गया है कि जब शाम होती है तब दो-पहर अर्थात दो अलग-अलग समय, मिल रहे होते हैं जिसमें एक नकारात्मक ऊर्जा उत्पन्न होती है और जब हम शाम के समय सोते हैं तब हम उस नकारात्मक ऊर्जा को आकर्षित करते हैं वास्तुशास्त्र में नकारात्मक ऊर्जा से बचने के लिए पूजा-पाठ परमात्मा को याद करना बताया गया है। शाम के समय सोने को लेकर एक मान्यता यह है कि शाम के समय लक्ष्मी माता आपके घर पधारती हैं यदि आप उस समय तो जाते हैं तब लक्ष्मी माता आपसे नाराज हो कर चली जाती है।