Infrastructure Development अर्थव्यवस्था की प्रेरक शक्ति है, पिछले हफ्ते Infrastructure और Investment पर बजट के बाद के वेबिनार को संबोधित करते हुए, पीएम मोदी ने कहा कि Infrastructure Development से भारत को 2047 तक एक विकसित देश बनने में मदद मिलेगी। ध्यान देने वाली बात ये है कि मोदी सरकार का पूंजीगत (expenditure) खर्च 2013-14 की तुलना में पांच गुना बढ़ा है। National Infrastructure Pipeline के मुताबिक, सरकार आने वाले समय में 110 लाख करोड़ रुपए Invest करने के बारे में सोच रही है।
चिनाब नदी रेलवे ब्रिज-
चिनाब नदी रेलवे ब्रिज उधमपुर-श्रीनगर-बारामूला रेल लिंक प्रजेक्ट का एक हिस्सा है। इसके चालू होने के बाद 1.3 किमी लंबा पुल कश्मीर को शेष भारत से जोड़ेगा। चिनाब रिवर रेलवे ब्रिज Afcons Infrastructure (India), VSL India और दक्षिण कोरिया की अल्ट्रा कंस्ट्रक्शन एंड इंजीनियरिंग कंपनी का संयुक्त उद्यम (Joint Venture) है। 2023 के आखिर तक इसके खुलने की संभावना है।
मुंबई ट्रांस हार्बर लिंक (MTHL)-
मुंबई ट्रांस हार्बर लिंक (MTHL) देश का सबसे लंबा समुद्री पुल होगा। समुद्री लिंक मुंबई को नवी मुंबई से जोड़ेगा। ये दक्षिण मुंबई और नवी मुंबई के बीच यात्रा के दो घंटे के समय को घटाकर सिर्फ 20 मिनट कर देगा, दिसंबर 2023 में ये खुलने वाला है।
दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे-
दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे 1,350 किलोमीटर लंबा एक्सप्रेसवे है, जो नई दिल्ली को देश की वित्तीय राजधानी मुंबई से जोड़ता है। मार्च 2019 में केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी द्वारा प्रजेक्ट की आधारशिला रखी गई थी। ये 8-लेन चौड़ा है जो 12-लेन तक भी बढ़ाया जा सकता है, इसके जनवरी 2024 तक पूरी तरह से चालू होने की संभावना है। इससे पहले फरवरी में, प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने 246-km लंबे सोहना-दौसा-लालसोट एक्सप्रेसवे का उद्घाटन किया था।
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Inland Waterway-
सरकार नदी प्रणालियों के माध्यम से आवाजाही बढ़ाने पर ध्यान केंद्रित कर रही है। इसका उद्देश्य सस्ते परिवहन लागत पर कार्गो और यात्री जहाजों की आवाजाही में सुधार के लिए Inland Waterway का इस्तेमाल करना है। आसान आवाजाही को सक्षम करने के लिए देश में सरकार की 111 राष्ट्रीय जलमार्ग बनाने की योजना है। सरकार के ‘Earth Ganga’ मॉडल के मुताबिक, कार्गो-जहाजों की आवाजाही को सुगम बनाने के लिए 62 घाट गंगा नदी के किनारे विकसित किए जाएंगे।
कोच्चि वाटर मेट्रो-
कोच्चि जल मेट्रो कोच्चि मेट्रो रेल लिमिटेड द्वारा एक Integrated Ferry Transport प्रोजेक्ट है। यह 78 किमी तक फैले मार्गों के नेटवर्क के साथ 10 द्वीपों को जोड़ेगा। 78 बैटरी चालित Electric Highbred Boats 38 टर्मिनलों पर चलेंगी। इस प्रोजेक्ट को आखरी पर्यावरण मंज़ूरी अक्टूबर 2019 में मिली थी। उम्मीद है कि इस साल के आखिर तक सेवाएं शुरू कर दी जाएंगी।
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इसके अलावा, मुंबई-अहमदाबाद बुलेट ट्रेन कॉरिडोर पर निर्माण कार्य जोरों पर है। परियोजना को शुरू में 2009-2010 के रेल बजट में के लिए पेश किया गया था। यह भारत का पहला बुलेट ट्रेन कॉरिडोर है।