भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच वर्ल्ड कप 2023 का फाइनल मुकाबला आज अहमदाबाद आज के दिन नरेंद्र मोदी स्टेडियम में दोपहर 2 बजे से खेला जाएगा। आज भारतीय टीम के सामने पांच बार वर्ल्ड कप चैंपियन बन चुकी ऑस्ट्रेलिया टीम चुनौती बनकर खड़ी होगी। भारतीय टीम के कप्तान रोहित शर्मा इस मैच को जीत इतिहास रचना की पूरी कोशिश करेंगे, इसके साथ ही आज ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ होने वाले वर्ल्ड कप के फाइनल में वह करोड़ों क्रिकेट फैंस की प्रार्थनाओं के बीच अपने 10 साथियों के साथ पांच बार वर्ल्ड कप जीतने वाली ऑस्ट्रेलिया टीम से भिड़ने के लिए मैदान में उतरेंगे।
भारतीय टीम के स्टार बल्लेबाज विराट कोहली और रविचंद्र अश्विन को वनडे वर्ल्ड कप के किताब जीतने का एहसास अच्छी तरह पता है और रोहित शर्मा भी साल 2007 में पहला टी-20 वर्ल्ड कप जीतने वाली भारतीय टीम के हिस्सा रह चुके हैं। आज होने वाले फाइनल पूरी तरह अलग होने वाला है आज भारतीय टीम का सारा ध्यान केवल टूर्नामेंट जीतने पर नहीं होगा, बल्कि करोड़ों लोगों की भावनाओं का सैलाब भी उमड़ेगा। रोहित शर्मा और उनके टीम के साथियों का कहना है कि मैदान में क्या बोला जा रहा है इसका उन पर कोई फर्क नहीं पड़ता, लेकिन उनके फैंस की आवाज ने उन्हें और उनकी टीम को इतना बड़ा बनाया है।
इतिहास रचना का मौका- Virat Kohli: वानखेड़े का ‘किंग’ हैं विराट, शानदार आंकड़े देख हो जाएंगे हैरान
आपकी जानकारी के लिए आपको बता दें, कि कपिल देव ने साल 1983 में जब लॉर्ड्स में वर्ल्ड कप ट्रॉफी उठाई थी, तो यह भारतीय क्रिकेट के लिए मानो जैसे एक नए युग की शुरुआत हो। इसके बाद महेंद्र सिंह धोनी ने साल 2011 में वर्ल्ड कप फाइनल में जीत का छक्का जड़ा, तो इससे वर्ल्ड कप क्रिकेट में भारत का दबदबा शुरू हो गया। भारतीय क्रिकेट टीम साल 2023 में अपना तीसरा वर्ल्ड कप ही नहीं जितना चाहिए, बल्कि 50 ओवर के फॉर्मेट को भी बचाना चाहेगी जो पिछले कम से कम 5 सालों से अपनी पहचान बचाने के लिए संघर्ष कर रहा है। भारत की जीत से इस फॉर्मेट को जरूर बढ़ावा मिलेगा। इसके साथ ही ऑस्ट्रेलिया अब तक एकमात्र ऐसी टीम है जिसने लगातार 11 जीत के साथ किताब जीता है इस टीम ने साल 2003 और 2007 में यह शानदार का कारनामा किया था। कप्तान रोहित शर्मा की टीम अगर आज वर्ल्ड कप के इस किताब को अपने नाम कर लेती हैं, तो वर्ल्ड कप के इतिहास में यह कारनामा करने वाली दूसरी टीम बन जाएगी।
यह भी पढ़ें- World Cup 2023: भारत के लिए वर्ल्ड कप क्यों बना बदले का मैदान, यहां जानें क्यों बाकि है 2003 का हिसाब