Bihar Politics: सोमवार का दिन बिहार की सियासत के लिए काफी अहम होने वाला है। क्योंकि नीतीश सरकार को बजट सत्र के दौरान फ्लोर टेस्ट से गुजरना पड़ेगा। इससे पहले बिहार में सियासी हलचल तेज हो चुकी है। वहीं RJD और JDU की ओर से अलग-अलग दावे भी हो रहे हैं। सभी राजनीतिक दल अपने अपने विधायकों को अपनी पार्टी में बांधने की कोशिश कर रहे हैं। दूसरी ओर विधायक तेजस्वी यादव के घर रुके हुए हैं। वहीं भाजपा के सभी विधायक पटना के होटल पाटलिपुत्र एग्जॉटिक में शिफ्ट हो चुके। उधर जेडीयू ने अपने विधायकों को चाणक्य होटल में रोकने के लिए कहा और फ्लोर टेस्ट से पहले रविवार को JDU के विधान मंडल की बैठक हुई जिसमें कुछ विधायक नहीं पहुंचे।
JDU के ये विधायक बैठक में शामिल-
JDU के चार विधायक भारती, दिलीप राय, रिंकू सिंह और सुदर्शन मीटिंग में शामिल नहीं हुए। इसके अलावा JDU विधायक बीमा भारती सुदर्शन और दिलीप राय के मोबाइल फोन भी स्विच ऑफ आ रहे हैं। इन विधायकों के अलावा डॉक्टर संजीव भी मीटिंग में नहीं पहुंचे। लेकिन वह पटना से बाहर हैं। इसे लेकर उनके उन्होंने पार्टी के शीर्ष नेतृत्व से बात की है। उधर जीतन राम मांझी का फोन भी रात 10:00 बजे के बाद स्विच ऑफ हो चुका है। उनसे संपर्क नहीं हो पा रहा, वहीं भाजपा नेता नित्यंत राय जीतन राम मांझी के आवास पर पहुंचे एक और जहां RJD ने दावा किया है कि परीक्षण से पहले ही खेला होगा।
नीतीश की सरकार गिरेगी-
वहीं कांग्रेस दावा कर रही है कि नीतीश की सरकार गिरेगी। कांग्रेस के विधायक ने कहा कि नीतीश कुमार सदन नहीं देखेंगे और महागठबंधन सरकार बनाने का अपना दावा पेश करेगी। कांग्रेस के तमाम विधायक पटना पहुंचे हैं और सरकार बनाने का दावा पेश करेंगे। अब ऐसे में देर रात उस वक्त हलचल मच गई, जब तेजस्वी यादव के आवास पर पुलिस पहुंची। दरअसल RJD विधायक चेतन आनंद को लेकर पटना पुलिस के पास एक शिकायत आई थी कि उन्हें किडनैप किया गया और तेजस्वी यादव के घर रखा गया है। हालांकि चेतन आनंद ने पुलिस से कहा कि वह अपनी मर्जी से वहां पर रुके हैं। जिसके बाद पुलिस वापस लौट गई।
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JDU के नेताओं की बैठक-
शनिवार को JDU के नेताओं की बैठक हुई और इस मीटिंग में विधायक शांति मिश्रा शामिल नहीं थी। इसके बाद यह अटकलें लगाई जाने लगी थी कि वह पार्टी छोड़ रही हैं। मिश्रा ने कहा कि मैंने पार्टी के नेतृत्व को बताया है कि मैं कुछ विदेशी मेहमानों के स्वागत के लिए दिल्ली जा रही हूं और मेरे पास बैठक का निमंत्रण भी नहीं था। पार्टी नेता तक को पता था कि मैं कल पटना में नहीं हूं और पार्टी के किसी भी नेता ने मुझे यह पूछने के लिए फोन भी नहीं किया कि मैं बैठक में शामिल क्यों नहीं हुई। हर कोई जानता था कि मैं पटना में हूं। पारस ने यह दावा किया सभी विधायको को तेजस्वी के आवास पर बंधक बनाकर रखा गया। क्योंकि वह खुद खेल से डरते हैं।
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