Nayab Singh Saini: हरियाणा के सीएम मनोहर लाल खट्टर के रिजाइन करने पर अटकलें लगाई जा रही थी, कि हरियाणा का अगला सीएम कौन होगा। लेकिन अब इससे पर्दा उठ चुका है अब खबर सामने आई है कि भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष नायब सिंह सैनी हरियाणा के नए मुख्यमंत्री बनाए जा सकते हैं। वह आज शाम 5:00 बजे शपथ लेंगे। इससे पहले मंगलवार को दिनभर हरियाणा में सियासी उथल-पुथल देखने को मिली। पहले बीजेपी और जेजेपी गठबंधन टूटा, उसके बाद मनोहर लाल खट्टर ने इस्तीफा दे दिया। इसके बाद विधायक दल की बैठक हुई और पर्यवेक्षक बनाकर चंडीगढ़ भेजे गए अर्जुन मुंडा और तरुण ने नई सरकार की कवायत तेज कर दी। आखिर यह नायब सिंह सैनी कौन है, जो अब हरियाणा के नए सीएम बनने वाले हैं आईए जानते हैं-
Haryana BJP president Nayab Singh Saini to be next CM of Haryana pic.twitter.com/2FemJKiimz
— ANI (@ANI) March 12, 2024
नायब सिंह सैनी कौन-
नायब सिंह सैनी पिछड़े वर्ग से आते हैं, वह अक्टूबर 2023 में हरियाणा के नए प्रदेशाध्यक्ष बने थे। 5 महीने बाद ही वह सीएम कुर्सी की तक पहुंच चुके हैं। ऐसा कहा जा रहा है कि भाजपा ने राजनीतिक समीकरण को ध्यान में रखते हुए उनको एक और बड़ी जिम्मेदारी देने का फैसला कर लिया है। सैनी ओबीसी समुदाय से आते हैं और खट्टर के बेहद करीबी माने जाते हैं। इस समय नायब कुरुक्षेत्र से सांसद हैं और वह 2019 के लोकसभा चुनाव से पहले विधायक भी रह चुके हैं।
नायब को बड़ी जिम्मेदारी-
साल 2014 में नायब सिंह ने अंबाला जिले की नारायणगढ़ सीट पर 24,000 से ज्यादा वोटो से विधानसभा चुनाव जीता था। बाद में सरकार में मंत्री बनाए गए। जब 2019 में चुनाव आए तो पार्टी ने नायब को बड़ी जिम्मेदारी सौंप दी और कुरुक्षेत्र से टिकट दिया। तब भी नायब सिंह संगठन के भरोसे पर खड़े उतरे थे। 2019 के लोकसभा चुनाव में नायब में 6,88,659 वोटो से जीत हासिल की थी। उनके कॉम्पटीटर कांग्रेस के उम्मीदवार निर्मल सिंह थे। हरियाणा में अब जाट प्रदेश अध्यक्ष और नॉन जाट सीएम का फार्मूला चल रहा है।
पुराने मिथ्यों को तोड़ नया बदलाव-
लेकिन अक्टूबर 2003 में बीजेपी ने हरियाणा में पुराने मिथ्यों को तोड़ नया बदलाव किया है। बीजेपी ने जाट के बजाय पूरे ओबीसी समुदाय को साधने के लिए नायब सिंह सैनी को आगे करने की रणनीति बनाई है। आपकी जानकारी के लिए बता दें कि खट्टर पंजाबी खत्री समाज से तालुक रखते हैं। नायब सिंह सैनी 2014 में मुख्य धारा की राजनीति में आए थे और फिर उन्होंने पीछे मुड़कर नहीं देखा। वह पहले विधायक बने, फिर राज्य सरकार के मंत्री, उसके बाद लोकसभा सांसद और अक्टूबर 2023 में हरियाणा के प्रदेश अध्यक्ष भी रहे और 5 महीने बाद ही नायाब को सीएम के रूप में सबसे बड़ी जिम्मेदारी मिल सकती है।
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मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर का विश्वासपात्र-
सैनी को मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर का विश्वासपात्र माना जाता है। संगठन में भी सैनिक की पकड़ मानी जाती है। जब सैनिक 2019 में सांसद बने तो बीजेपी ने न सिर्फ हरियाणा की सभी सीटों पर जीत हासिल की थी, बल्कि पार्टी उम्मीदवारों के बड़े अंतर से विपक्ष के प्रत्याशियों को हराया था। सैनी को प्रदेश अध्यक्ष के बाद सीएम बनाने के लिए कई मसलो पर ध्यान रखा गया है। क्योंकि कांग्रेस नेता राहुल गांधी लगातार जातिगत आरक्षण का मुद्दा उठा रहे हैं और ओबीसी सामाजिक विधायक को लेकर बीजेपी को घेर रहे हैं। हरियाणा में ओबीसी समुदाय का दबदबा है खास तौर पर जाट लैंड में भाजपा अपनी पकड़ को ढीला नहीं होने देना चाहती।
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