जूली चौरसिया
कुछ समय पहले ही दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को ईडी द्वारा शराब घोटाले के मामले में गिरफ्तार किया गया है। अरविंद केजरीवाल की गिरफ्तारी के बाद से ही भाजपा लगातार केजरीवाल के इस्तीफे की मांग कर रही है। दूसरी ओर अरविंद केजरीवाल दिल्ली की सरकार जेल से ही चलाने की बात कह रहे हैं। लेकिन बीजेपी के द्वारा लगातार उनके इस्तीफे को लेकर मांगे उठ रही है। इसके साथ ही बीजेपी के कई कार्यकर्ताओं ने दिल्ली में केजरीवाल के इस्तीफे का मांग के लिए प्रदर्शन भी किया। अब सवाल यह उठता है कि इतना दबाव डालने के बाद क्या दिल्ली में राष्ट्रपति शासन लागू हो जाएगा?
इस्तीफे को लेकर मांग-
सूत्रों के हवाले से कहा जा रहा है कि लेफिटिनेंट गवर्नर लगातार उनके इस्तीफे को लेकर इस्यू बना रहे हैं। इसके साथ ही उनका कहना है कि वह सरकार जेल से नहीं चलने देंगे। इसके साथ ही यह भी कहा जा रहा है कि दिल्ली के गवर्नर विनय सक्सेना लगातार इस मुद्दे को लेकर पत्र लिख रहे हैं। सूत्रों के मुताबिक दिल्ली के गवर्नर विनय सक्सेना को पीएम मोदी और अमित शाह का खास माना जाता है। इसके साथ ही दिल्ली में शराब घोटाले के मामले की शुरुआत भी इन्होंने ही की थी।
आदमी पार्टी के नेताओं को लगातार चिट्ठी-
विशेषज्ञों का कहना है कि जब से दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद्र केजरीवाल जेल गए हैं तभी से एलजी को लगता है कि वह उनकी गैर हाजरी में दिल्ली की कमान अब मुख्यमंत्री नहीं बल्कि उनके हाथ में है। सूत्रों के हवाले से यह कहा जा रहा है कि दिल्ली के गवर्नर विनय सक्सेना आम आदमी पार्टी के नेताओं को लगातार चिट्ठी लिख रहे हैं। इस चिट्ठी के ज़रिए वह आम आदमी पार्टी के नोताओं के बातचीत के लिए बुला रहे हैं। उनका कहना हे कि आम आदमी पार्टी के डिपार्टमेंट में काफी गड़बड़ी है।
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गवर्नर विनय सक्सेना-
वहीं दूसरी ओर दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल का कहना है कि यह सभी अधिकार सिर्फ मुख्यमंत्री के पास होते हैं। गर्वनर इसे लेकर कोई फैसला नहीं ले सकते हैं। इसके साथ ही दिल्ली के गवर्नर विनय सक्सेना अमित शाह के मंत्रालय में भी लगातार चिट्ठी लिख रहे हैं। चिट्ठी के ज़रिए उनका कहना है कि उनकी कोई बात नहीं मानी जा रही है। यहां पर अव्यवस्था और अराजकता फैली हुई है। विशेषज्ञों का कहना है कि लगातार ऐसा माहौल बनाया जा रहा है कि राष्ट्रपति शासन को लागू करके सरकार गिरा दी जाए।
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