जूली चौरसिया
Lok Sabha Election 2024: जैसे- जैसे लोकसभा चुनाव नज़दीक आ रहे हैं बीजेपी की मुश्किलें बढ़ती जा रही है। सूत्रों के हवाले से यह कहा जा रहा है कि ठाकुर समाज बीजेपी से पहले ही नाराज़ चल रहा है। अब राजपूत गुजरात में भी बीजेपी के खिलाफ हो चुके हैं। राजपूत समाज के लोग एक जगह इक्ट्ठा हो रहे हैं और मिलकर बीजेपी को वोट ना देने की बात कर रहे हैं। अब राजपूतों के विरोध का बीजेपी पर क्या असर होगा? लेकिन इससे पहले भी एक सवाल उठता है। सवाल यह है कि आखिर राजपूत समाज बीजेपी का विरोध क्यों कर रहा है? आईए इन सवालों के जवाब विस्तार से जानते हैं-
टिकट काटने को लेकर भी-
उत्तर प्रदेश की बात कि जाए तो बीजेपी को लेकर उनमें आक्रोश नज़र आ रहा है। सूत्रों के मुताबिक, ठाकुर समाज का कहना है कि उत्तर प्रदेश में बीजेपी ने ठाकुरों के टिकट काट दिए हैं। जिसमें बृजभूषण शरण सिंह का टिकट काटने पर भी वह बीजेपी का विरोध कर रहे हैं। बीजेपी ने ठाकुर समाज के दिग्गज नोताओं का इस बार टिकट काट दिया है। इसके साथ ही ठाकुरों का यह भी आरोप है कि बीजेपी राजनिति से ठाकुर समाज के नेताओं को खत्म कर ही है। ठाकुर समाज के जिन नेताओं का टिकट काटा गया है उनमें कथित तौर पर जनरल वीके सिंह, संगीत सिंह सोम, सुरेश राणा जैसे नाम भी शामिल हैं। जनरल वीके सिंह की बात कि जाए तो इन्होंने पिछले चुनाव में सबसे ज्यादा (पीएम मोदी से भी ज्यादा) वोटों से जीत हासिल की थी। लेकिन इसके बावजूद भी इस बार बीजेपी ने इनका टिकट काट दिया है।
West UP के ठाकुरों का फैसला ⚔️
क्षत्रिय महापंचायत ( ननौता, सहारनपुर ) में सर्वसम्मति से ये प्रस्ताव पारित किया गया कि कोई भी राजपूत महाजातिवादी पार्टी @BJP4India को वोट नही देगा ।
जो भी प्रत्याशी Bharatiya Janata Party (@BJP4India) के खिलाफ सबसे मजबूत होगा उसे वोट दी जाएगी।… pic.twitter.com/0YvsUB71ok
— Rajput’s Of INDIA (@rajput_of_india) April 7, 2024
गुजरात में भी नाराज़गी-
सूत्रों के हवाले से यह कहा जा रहा है कि राजपूत समाज बीजेपी से इसलिए नाराज़ है क्योंकि उनके एक नेता ने राजपूत समाज और रापूताना महिलाओं को लेकर विवादास्प टिप्पणी कर दी थी। वह नेता कोई और नहीं बल्कि पीएम मोदी के अच्छे दोस्त माने जाने वाले नेता पुरुषोत्तम रुपाला हैं। यह पहले बीजेपी के कैबिनेट मंत्री भी रह चुके हैं। हालांकि उन्होंने अपनी टिप्पणी को लेकर माफी मांग ली है। लेकिन उसके बावजूद भी राजपूतों का गुस्सा शांत नहीं हुआ। हाल ही में बीजेपी ने पुरुषोत्तम रुपाला को गुजरात के राजकोट से टिकट दिया है और राजपूत मांग कर रहे हैं कि उनका टिकट काट दिया जाए। सूत्रों के मुताबिक, राजपूत समाज जगह-जगह एकजुट हो रहे हैं और बीजेपी को वोट ना देने की कस्में भी खा रहे हैं।
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लोकसभा चुनाव में बीजेपी पर असर-
विशेषज्ञों के मुताबिक, राजपूत समाज बीजेपी का सबसे बड़ा वोट बैंग हैं। ऐसा कहा जाता है कि ज्यादातर या कहें सारे ही राजपूत समाज के लोग बीजेपी को वोट देते हैं। लेकिन इस बार बीजेपी से यह दोनों ही नाराज़ है औऱ चुनाव भी नज़दीक हैं। जाहिर सी बात है कि बीजेपी पर चुनाव में इसका असर देखने को मिल सकता है। अब देखना यह है कि लोकसभा चुनाव से पहले पीएम मोदी इनकी मांगों को पूरा करके मनाते हैं या फिर पीएम मोदी का तीसरी बार जीत हासिल करके पीएम बनने का सपना पूरा होगा या फिर इस बार उनका यह सपना सिर्फ एक सपना बन कर रह जाएगा।
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