Congress: विपक्षी पार्टी कांग्रेस पार्टी ने आज यानी मंगलवार को एक बड़ा ऐलान करते हुए कहा है कि 22 अगस्त को पूरे देश में बड़े पैमाने पर आंदोलन कांग्रेस किया जाएगा। इस आंदोलन का उद्देश्य प्रवर्तन निदेशालय यानी ED के दफ्तरों का घेराव करके सरकार की नीतियों और केंद्रीय एजेंसियों के दुरुपयोग के खिलाफ विरोध जताना है। पार्टी के वरिष्ठ नेता जयराम रमेश ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के ज़रिए इस आंदोलन के बारे में जानकारी दी। उन्होंने कहा कि “हमारा आंदोलन लोकतंत्र की रक्षा के लिए और केंद्रीय एजेंसियों के दुरुपयोग के खिलाफ है।
विपक्षी नेताओं को परेशान-
हम ED के दफ्तरों का घेराव करके यह संदेश देना चाहते हैं कि सत्ता के दुरुपयोग को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। इसके साथ ही कांग्रेस ने यह आरोप लगाया है कि ED द्वारा विपक्षी नेताओं और कार्यकर्ताओं के खिलाफ की जा रही कार्रवाईयों का उद्देश्य राजनीतिक बदला और विरोधी दलों को कमजोर करने का है। पार्टी का कहना है कि इन कार्रवाइयों से विपक्षी नेताओं को परेशान करने और उनके अधिकारों का छीनने की कोशिश की जा रही है।
ED के दफ्तरों का घेराव-
कांग्रेस का कहना है कि ED का यह रवैया बिल्कुल भी स्वीकार नहीं किया जाएगा है। हम सभी 22 अगस्त को एकजुट होकर ED के दफ्तरों के बाहर खड़े होंगे और हमारे अधिकारों की रक्षा के लिए विरोध करेंगे।” कांग्रेस ने यह भी कहा कि यह आंदोलन पूरी तरह शांतिपूर्ण रहेगा। पार्टी ने अपने कार्यकर्ताओं से अपील की है कि वे कानून का पालन करें और शांति बनाए रखें।
सशक्त और सकारात्मक संदेश-
कांग्रेस का मानना है कि इस आंदोलन के माध्यम से जनता और कार्यकर्ता एक सशक्त और सकारात्मक संदेश भेज सकेंगे। इस सबके बीच, पुलिस और प्रशासन ने भी इस आंदोलन को लेकर सुरक्षा के विशेष इंतजाम किए हैं। अतिरिक्त पुलिस बल तैनात किया गया है और शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए ज़रुरी कदम उठाए गए हैं। कांग्रेस पार्टी ने अपने कार्यकर्ताओं की बैठकें शुरू कर दी हैं, जिससे आंदोलन की तैयारियां पूरी तरह से की जा सकें।
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बारीकी से समीक्षा-
राजनीतिक और सुरक्षा विशेषज्ञों का मानना है कि यह आंदोलन देशभर में महत्वपूर्ण प्रभाव डाल सकता है और इसके परिणामों की बारीकी से समीक्षा की जाएगी। कांग्रेस का कहना है कि यह आंदोलन लोकतंत्र की रक्षा और सशक्त समाज के निर्माण के प्रति उनकी प्रतिबद्धता को स्पष्ट करेगा। पार्टी का मानना है कि 22 अगस्त का दिन एक महत्वपूर्ण मोड़ साबित होगा। साथ ही वह इस आंदोलन के माध्यम से वह अपनी बात को मजबूती से रख पाएंगे।
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