पूरे देश में अबतक दस डिजिट का मोबाइल नंबर इस्तेमाल किया जा रहा है, लेकिन अब जल्द ही दस नंबर की सीरीज खत्म होने वाली है। दरअसल अब दस की जगह 11 डिजिट का मोबाइल नंबर इस्तेमाल किया जाएगा। इस योजना को लेकर तैयारी भी शुरू हो गई है।
दरअसल, हाल ही में दूरसंचार नियामक ट्राई ने ट्वीट कर जानकारी दी है कि देश में मोबाइल फोन नंबर को वर्तमान में 10 की जगह 11 अंक का किए जाने के बारे में लोगों के सुझाव आमंत्रित किए हैं। वहीं, इस जारी पत्र में सुझाव देने की अंतिम तारीख 21 अक्टूबर है। इसके जवाब में टिप्पणी करने की डेडलाइन 4 नवंबर रखी गई है।
TRAI issues Consultation Paper on Developing a unified numbering plan for fixed line and mobile serviceshttps://t.co/HkEKiCg2TY
— TRAI (@TRAI) September 20, 2019
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ट्राई की रिपोर्ट के अनुसार, इस समय देश में 1.2 अरब फोन कनेक्शन हैं। विनियामक का अनुमान है कि अंकों का यदि 70 फीसदी उपयोग मान कर चलें तो उस समय तक देश में मोबाइल फोन के लिए 4.68 अरब नंबर की जरूरत होगी।
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बढ़ती आबादी के साथ दूरसंचार कनेक्शन की मांग से निपटने की जरूरतों को देखते हुए यह विकल्प अपनाए जाने का सुझाव है। भारतीय दूरसंचार विनियामक प्राधिकरण (ट्राई) ने इस बारे में एक परिचर्चा पत्र जारी किया है। इसका शीर्षक है ‘एकीकृत अंक योजना का विकास।’
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यह योजना मोबाइल और स्थिर दोनों प्रकार की लाइनों के लिए है। परिचर्चा पत्र में कहा गया है कि यदि यह मान कर चलें कि भारत में 2050 तक वायरलेस फोन गहनता 200 फीसदी हो (यानी हर व्यक्ति के पास औसतन दो मोबाइल कनेक्शन हों) तो इस देश में सक्रिय मोबाइल फोन की संख्या 3.28 अरब तक पहुंच जाएगी।
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