Bullet Train: मुंबई से अहमदाबाद के बीच में एक बुलेट ट्रेन देश में पहली बार 320 किलोमीटर प्रति घंटे की स्पीड से चलने वाली है, जो अपने आप में एक खास है। इसके साथ ही इस हाई स्पीड ट्रेन के लिए बन रही सुरंग अपने आप में ही अलग है। अभी तक ट्रेनों के लिए जितनी भी सुरंग बनाई गई हैं उनमें हाई स्पीड रेल की सुरंग बिल्कुल अलग होगी। गुजरात के वलसाड में सुरंग के लिए एक छोर से दूसरे छोर तक खुदाई का काम पूरा हो चुका है। यह मौजूदा ट्रेनों की सुरंग से क्यों और कैसे अलग है आईए जानते हैं-
320 किलोमीटर प्रति घंटे-
देश में इस समय चल रही ट्रेनों की 120 किलोमीटर प्रति घंटा है और इसी वजह से उनके लिए बनी सुरंग को इसी स्पीड के लिए तैयार किया गया है। लेकिन बुलेट ट्रेन की स्पीड 320 किलोमीटर प्रति घंटे है। जिसके लिए इसके डिजाइन में थोड़ा सा बदलाव और कुछ बेहतर किया गया है।
सुरंग में खिड़की-
इससे अलग सुरंग के बारे में मुख्य परियोजना प्रबंधक का कहना है की बुलेट ट्रेन की स्पीड 320 किलोमीटर प्रति घंटे की होगी। इस तरह जब ट्रेन सुरंग के अंदर आएगी तो हवा की स्पीड भी बहुत तेज होगी। ट्रेनों के वायुमंडल दाब को कंट्रोल करने के लिए दोनों और 31 मीटर तक सुरंग में खिड़की बनाई जाएगी। जिससे ट्रेन 320 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार के बावजूद भी सुरंग से गुजर सके हैं।
पहली सुरंग गुजरात में-
यह सुरंग 336 किलोमीटर लंबी होने वाली है, जिसे जापान की तकनीक से तैयार किया गया है। इस तरह की डिजाइन वाली यह देश की पहली सुरंग है। इस तरह की कुल 8 सुरंगे बनाई जाएंगी, पहली सुरंग गुजरात में बनाई जा चुकी है। इसके साथ ही महाराष्ट्र में 7 सुरंग इसी तकनीक से बनाई जाएगी। इसकी चौड़ाई यह 12.6 मीटर और ऊंचाई 10.25 मीटर होगी। इसमें आप/डाउन दोनों लाइन होगी, जिसे बनाने के लिए 1 साल से ज्यादा का समय लगा है।
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कॉरिडोर में 12 स्टेशन-
नेशनल हाई स्पीड रेल कॉरपोरेशन मुंबई और अहमदाबाद के बीच 508 किलोमीटर लंबी भारत की पहली हाई स्पीड रेल लाइन का निर्माण किया जा रहा है। जिसका 352 किलोमीटर हिस्सा गुजरात के 9 और 156 किलोमीटर महाराष्ट्र के तीन जिलों में से होकर गुजरने वाला है। परियोजना का काम इन सभी जिलों में शुरू हो चुका है, इन कॉरिडोर में 12 स्टेशन बनाए जाएंगे।
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