बॉलिवुड की फैशन क्वीन सोनम कपूर इन दिनों अपनी रिलीज़ के लिए तैयार फिल्म ‘पैडमैन’ के प्रमोशन में जुटी हैं। फिल्म के प्रमोशनल इंटरव्यू के दौरान जब सोनम से पीरियड्स पर बात की तोह उन्होंने इस बारे में खुल कर बात की, सोनम ने बताया कि उनके पीरियड्स 15 की उम्र में शुरू हुए थे जबकि उनकी सहेलियों के पीरियड्स 13 से 14 साल में शुरू हो गए थे, समय पर अपने पीरियड्स शुरू न होने पर सोनम बेहद स्ट्रेस में थी वह अपनी मां से बार-बार पूछती थीं कि कहीं कुछ गड़बड़ तो नहीं है।
अपने पहले पीरियड के बारे में बात करते हुए सोनम कहती हैं, ‘मैं 15 साल की थी जब मेरे पीरियड्स शुरू हुए, यह उम्र बहुत लेट थी क्योंकि मेरी सारी सहेलियों के पीरियड्स आ चुके थे, सिर्फ मैं बच गई थी। मुझे इस बात की बड़ी चिंता थी कि मेरी उम्र तो हो गई है लेकिन सहेलियों की तरह मेरा मासिकधर्म अभीतक नहीं शुरू हुआ है और इस वजह से मैं स्ट्रेस में भी रहती थी, मुझे मेरे पीरियड्स का इंतजार था। मैं अपनी मां से हमेशा पूछती थी कि मां आखिर मुझे पीरियड्स क्यों नहीं हो रहे, कहीं कुछ गलत तो नहीं है। मां मुझे समझाती थी कभी-कभी कुछ लड़कियों को देरी से पीरियड्स आते हैं, चिंता की कोई बात नहीं है। मुझे अच्छी तरह याद है… जब मैं 14 साल की थी तब मेरी हाइट 5-1 थी, जब मैं 15 साल की हुई तो मेरी हाइट 5-9 हो गई और उस समय मेरे पीरियड्स शुरू हुए थे।’
सोनम आगे बताती हैं, ‘मेरी सहेलियां जब ग्रुप में होती थी तो वह पीरियड्स के दौरान होनेवाले दर्द, दर्द के दौरान लेने वाली दवाइयां और कौन सी सैनिटरी नैपकिन का इस्तेमाल करना है इस विषय पर बात करती थी लेकिन उन दिनों मेरे पीरियड्स नहीं आए थे तो मैं उनकी इन बातों में शामिल नहीं हो पाती थी और उस समय मुझे लगता था कि मैं ग्रुप के बाहर हूं, जब मेरे पीरियड्स आए तब जाकर मुझे राहत मिली।’
अपनी फिल्म के बारे में सोनम बताती हैं, ‘फिल्म पैडमैन की कहानी में जिस मुद्दे को उठाया गया है वह बहुत ही यूनिक, स्पेशल और जरूरी विषय है। पैडमैन की कहानी अरुणाचलम मुरुगनाथम नाम के एक साधारण से व्यक्ति की है, जिन्हें अपनी बीवी से बहुत प्यार था और इसी प्यार में वह एक सैनिटरी मशीन बनाकर पैड बनाने वाले इंजिनियर बन गए। यह फिल्म एक खूबसूरत प्यार की कहानी है, जो लड़कियों में होनेवाले मासिकधर्म से जुड़े शर्म और कुरीतियों पर बात करती है।’
वह आगे कहती हैं, ‘मेरी परवरिश में कभी भी पीरियड की बात शर्म या संकोच जैसी नहीं रही… लेकिन मेरी कुछ सहेलियां हैं जिनके घरों में पीरियड के दौरान पूजा घर या पूजा में शामिल होना, किचन से दूर रहना या अचार न छूना जैसी बातें होती रही हैं।’
सोनम आगे बताती हैं, ‘मैं जब सिंगापुर में पढ़ाई कर रही थी तब मेरे एक दोस्त ने मुझे अरुणाचलम जी के बारे में जानकारी देते हुए कहा था कि एक भारतीय व्यक्ति जो टेड टॉक शो में आया था उसका एपिसोड देखो, मैंने पहली बार तब देखा और जाना था अरुणाचलम को, बाद में मैं भूल भी गई थी लेकिन जब आर. बाल्की ने मुझे यह कहानी सुनाई तब मैंने उन्हें कहा मैं अरुणाचलम की कहानी से वाकिफ हूं लेकिन फिल्म में मेरा रोल क्या होगा? उन्होंने मेरा रोल बताया और मैं फिल्म करने के लिए तुरंत तैयार हो गई। मुझे फिल्म में काम करने के लिए फिल्म के बेहद जरूरी और यूनिक विषय ने उत्साहित किया।’
अपने किरदार के बारे में बात करते हुए सोनम ने कहा, ‘कभी-कभी ऐसा होता है जब कोई व्यक्ति नया और यूनिक काम कर रहा होता है तो दुनिया भर के लोग उसे पागल या सिरफिरा कहने लगते हैं, ऐसे में अगर कोई ऐसा हो जो उस व्यक्ति पर विश्वास जताते हुए उसका हौसला बढ़ाये तो काम करने वाले आदमी का विश्वास बढ़ता है, बस फिल्म में मेरा यही किरदार है। लोग कहते हैं न हर सफल आदमी के पीछे एक औरत का हाथ होता है, मैं इस बात को ऐसे कहूंगी कि हर सफल व्यक्ति के पीछे किसी खास का हाथ होता है और वह खास महिला या पुरुष कोई भी हो सकता है।’
सैनिटरी नैपकिन के उपयोग और जागरूकता पर बात करते हुए सोनम कहती हैं, ‘स्क्रिप्ट पढ़ने के बाद जब मुझे यह पता चला कि हमारे देश के महिलाओं की इतनी बड़ी जनसंख्या के बाउजूद… मात्र 12 प्रतिशत महिलाएं ही सैनिटरी नैपकिन का इस्तेमाल करती हैं, बाकी महिलाओं के पास नैपकिन खरीदने के पैसे नहीं हैं या फिर उन्हें सैनिटरी नैपकिन जैसी चीज के बारे में जानकारी नहीं है। भारत के कई गांव में महिलाएं जानकारी के अभाव में राख, मिट्टी, गंदा कपड़ा, पत्ते, घांस-फूस, रुई और भूसा जैसे चीजों का इस्तेमाल कर यौन संबधी बीमारियों से पीड़ित हो जाती हैं।’
सोनम बताती हैं, ‘फिल्म का विषय और कहानी सैनिटरी पैड पर होने की वजह से कुछ लोगों ने फिल्म में काम करने से इंकार कर दिया था। इस विषय पर लोग बात करने के लिए सहज नहीं हैं, छोटे गांव में तो लोग बिल्कुल भी सहज नहीं है… लेकिन मुंबई और दिल्ली जैसे बड़े-बड़े शहरों का भी यही हाल है।’
सोनम के अलावा ‘पैडमैन’ में अक्षय कुमार और राधिका आप्टे भी अहम भूमिका में नजर आएंगे। फिल्म का निर्देशन आर बाल्की ने किया है और इसे संगीत से सजाया है अमित त्रिवेदी ने। यह फिल्म 25 जनवरी 2018 को सिनेमाघरों में रिलीज़ होगी।