ग्रीन बेल्ट और पार्क की जमीन पर कब्जा करने के मामले में राष्ट्रीय हरित प्राधिकरण(एनजीटी) ने 31 कंपनीयों को नोटिस जारी किया है। इनमें शहर की नामी इंडस्ट्री व होटल शामिल हैं। एनजीटी ने साथ ही हरियाणा सरकार, हुडा,हरियाणा स्टेट प्लूशन कंट्रोल बोर्ड सहित फरीदाबाद के उपायुक्त को नोटिस भेज जवाब मांगा है।
इतनी बडी संख्या में एनजीटी के नोटिस भेजे जाने से साफ है कि ग्रीन बेल्ट और पार्क की जमीन पर पार्किंग बनाने वालों की अब खैर नहीं। ग्रीन बेल्ट और पार्क की जमीन कब्जाने का ऐसा ही मामला फरीदाबाद के सेक्टर 11 बी और सेक्टर 16 में सामने आया है। जहां स्थानीय व्यापारियों ने पार्किंग बनाने के नाम पर ग्रीन लैंड को हानी पहुंचाई है।
एनजीटी ने आरटीआई एक्टीविस्ट वरुण शयोकंद और आकाश हंस की याचिका पर ये नोटिस जारी किए हैं। याचिकाकर्ता वरुण शयोकंद ने बताया कि फरीदाबाद की जनता पहले ही गिरते भूजल औऱ प्रदूषण की समस्या से जुझ रही है। फरीदाबाद पहले ही टॉप 5 प्रदूषित शहरों में शामिल है। ऐसे में पेड काटकर ग्रीन बेल्ट खत्म करना खुद को मौत के मुंह में डालने जैसा है।
नीलम बाटा रोड पर स्तिथ डिलाइट ग्रैंड होटल ने अपनी अंडरग्राउंड पार्किंग को मैरिज हॉल में बदल बहार ग्रीन बैल्ट पर कब्जा कर वाहनों की पार्किंग बना दी। ऐसे ही अन्य मामलों में एनजीटी ने होटल डिलाइट ग्रैंड सहित 31 अन्यों को नोटिस जारी किया है। मामले की अगली सुनवाई 17 जुलाई को होगी।
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