Income Tax: हाल ही में मध्य प्रदेश के ग्वालियर से एक मामला सामने आया है। जहां 25 वर्षीय कॉलेज छात्र प्रमोद कुमार दंडोतिया अपने बैंक खाते में 46 करोड रुपए के लेनदेन देखकर हैरान रह गया। यह स्थिति जब पैदा हुई जब दंडोतिया को उसके पैन कार्ड के तहत पंजीकृत की गई एक कंपनी के संबंध में आयकर और जीएसटी दोनों विभागों में नोटिस जारी कर दिया, जो कथित तौर पर 2021 के दौरान मुंबई और दिल्ली में व्यापार संचालन में लगी।
ग्वालियर में एक कॉलेज का छात्र-
प्रमोद कुमार दंडोतिया का कहना है कि “मैं ग्वालियर में एक कॉलेज का छात्र हूं, आयकर और जीएसटी के द्वारा मुझे नोटिस भेजा गया है, इसके बाद मुझे पता चला कि मेरे पैन कार्ड के माध्यम से एक कंपनी पंजीकृत हुई है, जो 2021 में मुंबई और दिल्ली में संचालित की जा रही थी, मुझे नहीं पता कि मेरी पैन कार्ड का इस्तेमाल किया गया है और लेनदेन कैसे किया गया।”
समाधान ढूंढने की काफी कोशश-
दंडोतिया ने इस मामले में उच्च अधिकारियो का तक पहुंच कर समस्या का समाधान ढूंढने की काफी कोशश की। लेकिन इसके बावजूद भी, उन्हें पुलिस और औपचारिक शिकायत दर्ज करने में कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है। फिर भी शुक्रवार को वह कायम रहा और अधिकृत लेनदेन के संबंध में औपचारिक शिकायत दर्ज करने के लिए अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक के कार्यालय तक पहुंचा गया।
पुलिस निदेशक अधीक्षक-
अतिरिक्त पुलिस निदेशक अधीक्षक सियाज ने समाचार एजेंसी से बात करते हुए कहा, कि आज एक युवक का आवेदन प्राप्त हुआ है, कि उसके बैंक खाते से 46 करोड रुपए से ज्यादा की लेने की गई है। इस बारे में दस्तावेजों की जांच की जा रही है। पैन कार्ड का दुरुपयोग किया गया है। इसके माध्यम से कंपनी पंजीकृत की गई और इतनी बड़ी राशि का लेनदेन हुआ। आगे ऑफिशियल ने बताया कि पूरे मामले की जांच की जा रही है।
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प्रमोद दंडोतिया एमए इंग्लिश का छात्र-
दरअसल ग्वालियर के हस्तिनापुर में रहने वाला प्रमोद दंडोतिया एमए इंग्लिश का छात्र है। 27 जनवरी को उसके पोस्टल एड्रेस पर इनकम टैक्स डिपार्टमेंट का एक नोटिस आया। जिसे देखकर छात्र हैरान हो गाया क्योंकि उसकी इनकम का कोई सोर्स ही नही है। ऐसे में इनकम टैक्स डिपार्टमेंट के द्वारा टैक्स के लिए नोटिस कैसे भेजा गया। छात्र को पहले तो लगा की इनकम टैक्स डिपार्टमेंट की ओर से कुछ गलती हो गई है। लेकिन इनकम टैक्स के ऑफिस पहुंचने पर उसे पता चला कि उसके नाम से जीएसटी फर्ज रजिस्टर्ड है। जिसमें साल 2021 से जनवरी 2024 तक 46 करोड़ रुपए का लेनदेन हो चुका है।
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