पुरानी दिल्ली में रमजान के दिनों इलाके में मुगलकाल से चली आ रही एक परंपरा इस बार ‘खतरे’ में पड़ सकती है। जी हां शाम को शाही जामा मस्जिद परिसर में दो शक्तिशाली बम फोड़कर इफ्तार खोलने की सूचना पूरी पुरानी दिल्ली को मिल जाती थी। लेकिन इस बार वह बंद हो गई है। क्योंकि मस्जिद प्रशासन को इस बार पूरी दिल्ली में बम ही नहीं मिल रहे हैं। लोगों को इफ्तार की जानकारी के लिए अजान के जरिए और जामा मस्जिद में लाइटिंग कर दी जा रही है।
बताते हैं कि जामा मस्जिद परिसर में बम फोड़कर इफ्तार की जानकारी देने की सूचना मुगल बादशाह शाहजहां के वक्त से चल रही है। जैसे ही पहला बम फटता था, लोग इफ्तार के लिए जुट जाते थे और दूसरा बम फूटते ही रोजा खोल लेते थे।
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लेकिन सालों पुरानी यह परंपरा इस बार बंद हो गई है। अब लोगों को इफ्तार की जानकारी दूसरे माध्यमों से मिल रही हैं। लेकिन सालों पुरानी इस परंपरा के बंद होने से इलाके के स्थानीय निवासी खासे निराश नजर आ रहे हैं और वह चाहते हैं कि इस पपरंपरा को दोबारा से शुरू किया जाए।