मध्य प्रदेश के रतलाम स्टेशन रोड थाने पर गुरुवार दोपहर उपस्थित पुलिसकर्मी उसे समय आश्चर्यचकित हो गए। जब 13 साल का एक बालक रुपयों से भरा बैग लेकर पहुंचा और कहा साहब जिसके रुपए हैं, उसे लौटा दो। पुलिसकर्मी उसे व बैग को देखते रहे और फिर बैग खोला तो वास्तव में उसमें एक लाख रुपए से अधिक रुपए भरे हुए थे।
पुलिस ने उसे बैठाया और तसल्ली से उसकी बात सुनी। कुछ देर बाद पुलिस ने उसे व उसके रुपयों से भरे उसके बैग को चाइल्ड लाइन के सुपुर्द कर दिया। चाइल्ड लाइन के टीम मेम्बर उसे अपने कार्यालय ले गए, जहां उससे पूछताछ की जा रही है।
दरअसल ये बच्चा तीसरी कक्षा तक पढ़ा है और एक ट्रक चालक के साथ सात हजार रुपए माह मासिक वेतन और चार सौ रुपए रोज के हिसाब से ट्रकों का व्यवसाय करने वाले मोनू साहू के यहां काम करने लगा। दो माह से वहां काम कर रहा था। उसने मासिक वेतन नहीं दिया।
17 जून को वहीं काम करने वाले ट्रक चालक प्रेम सोनटके ने उसे 1 लाख 12 हजार 300 रुपए दिए और कहा कि ये रुपए लेकर चले जा। मोनू तुझे रुपए नहीं देगा वह वेतन नहीं देता है। वह रुपए बैग में रखकर इंदौर चला गया। वहां से ट्रेन में सवार होकर गुरुवार को रतलाम पहुंचा।