अजय चौधरी
केंद्रीय सडक परिवहन एंव जहाजरानी मंत्री नितिन गडकरी ने यूपी में सभी बसों और टैक्सीयों को एथनोल से चलाने की घोषणा की है। गन्ना किसान इस पदार्थ को उपलब्ध कराएंगे। गडकरी ने बताया कि इसके लिए परपोजल बना कर राज्य सरकार को भेज दिया गया है।
इससे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी पुणे में एथनॉल को उपयोगी बता चुके हैं। मोदी ने कहा था कि एथनॉल के उपयोग से कच्चे तेल को आयात करने में मदद मिल सकती है।
क्या है एथनॉल-
एथनॉल एक नवीकरणीय ईंधन है जो कि गन्ने के सीरा, मक्का और दूसरे पौधों से बनाया जा सकता है। पेट्रोलियम आयात पर निर्भरता खत्म करने तथा किसानों के गन्ने का उचित मुल्य दिलाने के लिए सरकार ने 2003 में एथनॉल बनाने का कार्यक्रम शुरु किया था। लेकिन तब ये योजना सिरे नहीं चढ सकी थी।
एथनॉल पेट्रोलियम पदार्थों में मिला कर इस्तेमाल किया जाएगा। पेट्रोल जैसे पदार्थों में 10 फीसदी तक इस्तेमाल किया जा सकता है। इसके उपयोग से आयात में कमी आएगी और विदेशी मुद्रा बचेगी। साथ ही गन्ना किसानों को उनके गन्ने के सही दाम मिल पाएंगे। इसके अलावा पर्यावरण संरक्षण और रोजगार का सृजन होगा।
https://www.youtube.com/watch?v=wfvuz5KiINc