राजस्थान के दौसा में पुलिस ने युवाओं पर जमकर लाठी भांजी। दौसा के हृदय स्थल गांधी सर्किल पर प्रतिमा को माला पहनाते ही छात्र नेता व उनके समर्थकों पर पुलिस ने लाठी बरसा दी। छात्र नेता के काफिले में आई गाडिय़ों के शीशे भी तोड़ दिए गए।
अचानक शहर के बीचों-बीच हुए इस घटनाक्रम से हड़कम्प मच गया। आमजन व व्यापारियों में भगदड़ मच गई। पुलिस ने युवाओं को दूर-दूर तक लाठी बरसाकर खदेड़ा। पुलिस ने छात्र नेता व उसके एक दर्जन समर्थकों को हिरासत में लिया और साथ ही कई वाहनों को जब्त किया।
दरअसल 2 अक्टूबर को जयपुर में छात्र नेता नरेश मीना के नेतृत्व में छात्र व किसान हित में सत्याग्रह रैली का आयोजन किया जाना था लेकिन इससे पहले उन्होंने दौसा के संत सुंदरदास स्मारक के समीप एक निमंत्रण रैली प्रस्तावित की। इस आयोजन के लिए दौसा जिला प्रशासन ने कानून व्यवस्था बिगडऩे की आशंका के कारण उन्हें इजाजत नहीं दी। जिसके बाद नरेश मीना ने लोगों को भारी संख्या में दौसा पहुंचने को कहा। इसके मद्देनजर पुलिस ने शहर में घुसने के रास्तों पर नाकाबंदी कर भारी पुलिस बल तैनात कर दी।
इसके बावजूद चकमा देकर नरेश व उसके समर्थक गाडिय़ों के काफिले के साथ गांधी तिराहे पर पहुंच गए। जैसे ही मीना ने गांधी तिराहे पर पहुंचकर प्रतिमा पर माला चढ़ाई, तभी ने पुलिस ने दबोच छात्र नेता मीना को दबोच लिया। जिसके बाद पुलिस ने युवाओं पर लाठीचार्ज कर दिया।
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