अपने यूजर्स के लिए पेटीएम अब 11 भाषाओं में उपलब्ध हो गया है। इससे पहले पेटीएम हिंदी में उपलब्ध किया गया था। हिंदी में अच्छा रिस्पोंस मिलने के बाद इसे अन्य भारतीय भाषाओं में उपलब्ध कराया गया है।
इस कदम के साथ ही पेटीएम ने अपनी भाषाई पहुंच का विस्तार कियाहै और भारत की पहली डिजिटल पेमेंट कंपनी बन गई है जो अब अपनी ऐप में सबसे ज्यादा भाषाई विक्लप दे रही है।
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अपने यूजर्स के लिए पेटीएम अब 11 भाषाओं में उपलब्ध हो गया है। इससे पहले पेटीएम हिंदी में उपलब्ध किया गया था। हिंदी में अच्छा रिस्पोंस मिलने के बाद इसे अन्य भारतीय भाषाओं में उपलब्ध कराया गया है।इस कदम के साथ ही पेटीएम ने अपनी भाषाई पहुंच का विस्तार कियाहै और भारत की पहली डिजिटल पेमेंट कंपनी बन गई है जो अब अपनी ऐप में सबसे ज्यादा भाषाई विक्लप दे रही है।अपने पांच वर्षों के सफर में पेटीएम ने देश में करीब 88 प्रतिशत भारतीय गांवों तक भी अपनी पहुंच बना ली है। इसके 60 प्रतिशत से ज्यादा उपभोक्ता टियर-2 और टियक-3 शहरों से हैं। 11 भाषाओं के इस नए जुड़ाव से, पसंदीदा डिजिटल पेमेंट प्लेटफोर्म के तौर पर पेटीएम की स्थिति और ज्यादा बेहतर हो गई है।कंपनी का दावा है कि एप्प के 35 प्रतिशत से अधिक उपभोक्ता इसका प्रयोग अपनी प्रादेशिक भाषाओं में कर रहे हैं।