पूरी दुनिया में जापान एक ऐसा पहला देश है, जहां अब सभी महिलाओं के लिए हाई हील बेहद जरुरी हो गया है। दरअसल, इसी अनिवार्यता को लेकर वहां के स्वास्थ्य और श्रम मंत्री तकौमी नेमेटो के दिए गये बयान को लेकर विवाद छिड़ गया है।
खबरों की माने तो, उनका कहना है कि कार्यस्थल पर महिलाओं के हाई हील सैंडल पहनने को अब समाज ने स्वीकार कर लिया है। ऐसे में कई सालों बाद अब इसमें बदलाव ठीक नहीं और जापानी महिलाओं का ऑफिस में हाई हील सैंडल पहनना जरूरी हो गया है।
बता दे उनका ये बयान उस याचिका पर आया है जिसमें नौकरीपेशा महिलाओं ने जापान सरकार से कार्यस्थल पर हाई हील सैंडल पहनने पर पाबंदी लगाने की मांग की थी। दरअसल, कुछ दिन पहले जापान में महिलाओं के हाई हील पहनने के रिवाज के खिलाफ याचिका दायर की गई थी। इस याचिका पर महिलाओं के एक समूह द्वारा स्वास्थ्य एवं श्रम मंत्री तकुमी नेमातो को टिप्पणी करने के लिए कहा गया था।
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वही, कार्यस्थल पर हाई हील के सैंडल के खिलाफ 4 जून तक लगभग 19 हजार लोगों ने उस याचिका पर अपने हस्ताक्षर किए हैं जिसमें मांग की गई है कि दफ्तरों में ड्रेस कोड के नाम पर महिलाओं को हाई हील सैंडल पहनने पर बाध्य न किया जाए।
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यह मांग सबसे पहले जापान की अभिनेत्री, लेखिका और महिला अधिकारों के लिए काम करने वाली यूमी इसिकवा ने सोशल मीडिया पर उठाई। उनके इस मांग के समर्थन में 67 हजार लोगों ने उनके ट्वीट को लाइक किया जबकि करीब कई हजार लोगों ने उसे रिट्वीट किया। साथ ही अब इसे यौन उत्पीड़न के खिलाफ वैश्विक मीटू की तर्ज पर इस अभियान को कुटू नाम दिया गया है।
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