सुरेंद्र चौरसिया
हमारे देश के लिए आज का दिन ऐतिहासिक है। इतिहास रचते हुए भारत ने आज 150 करोड़ लोगों के वैक्सीनेशन को पूरा कर लिया है। कोरोना महामारी ने पूरी दुनिया में अपना कहर मचाया, जिसमें लाखों जिंदगीयां छीन गई। उसके बाद कोरोना की वैक्सीन भी तमाम विकसित देशों ने अपने तौर पर तैयार की। बावजूद इसके दुनिया को ये यकीन नहीं था कि भारत जैसा विकाशील देश भी अपनाी खुद की वैक्सीन तैयार कर सकता है। लेकिन भारत ने खुद की दो वैक्सीन विकसित कर खुद को उन विकिसित देशों की कतार में खड़ा कर लिया जिन्होंने खुद की वैक्सीन तैयार की।
इतना ही नहीं भारत ने अपने पड़ोसी देशों के साथ-साथ अपने मित्र देशों को भी फ्री में करीब 1 करोड़ वैक्सीन की डोज दी। अगर हम बात करें तो 16 जनवरी 2021 से देश में वैक्सीनेशन की प्रक्रिया की शरुआत हुई। जिसमें पहले चरण में देश के फ्रंट लाइन योद्धाओं को वैक्सीनेशन किया गया। अगर हम बात करें तो पहले 50 करोड़ वैक्सीनेशन में 203 दिन लगे। लेकिन उसके बाद जब देश में वैक्सीन डोज का अधिक मात्रा में भण्डारण हुआ, इसके बाद फिर वैक्सीनेशन में भी गति आई। दूसरे 50 करोड़ डोज लगाने में मात्र 74 दिन लगे। इसी तरह से देश में वैक्सीनेशन गति बहुत तेजी से बढ़ती गई। जिसके वजह से आज देश में 356 दिनों में ही 150 करोड़ वैक्सीनेशन को पूरा कर लिया गया।
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उसके साथ ही देश में लगभग 91% लोगों को पहला डोज लग गया। वहीं अगर दूसरे डोज की बात करें तो लगभग 61% लोगों को लग चुकी है। फिलहाल 3 जनवरी से देश के 15- 18 वर्ष के बच्चों को भी पहला डोज लगाने की शुरुआत हो गई है। जिस तरह से कोरोना की तीसरी लहर और कोरोना के नए वेरियंत ओमीक्रोन के केस बढ़ रहे है। उसको देखते हुए सरकार ने देश 65 से ऊपर वाले लोगों को बुस्टर डोज देने का फैसला किया है। भारत ने दुनिया में वैक्सीनेशन के माध्यम से अपनी अलग ही पहचान बनाई है।