स्नेहा मिश्रा
सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे एक वीडियो ने लोगों को हैरानी में डाल दिया है। वीडियो में कुछ स्कूली बच्चे सुबह के समय सड़कों पर जॉम्बी की तरह रेंगते हुए नजर आ रहे हैं।
दरअसल, इंडोनेशिया के एक शहर में एक अभियान शुरू किया गया है। जिसके चलते सड़कों पर अलग ही स्थिति देखने को मिल रही है।
इंडिया टूडे द्वारा साझा किया गया वीडियो-
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हालांकि सुबह जल्दी उठने के कई फायदे होते हैं। लेकिन सुबह जल्दी उठना लोगों के लिए आसान नहीं होता। बड़े लोग तो जल्दी उठकर दफ्तर की तैयारी में जुट जाते हैं। लेकिन सबसे ज्यादा परेशानी स्टूडेंट्स को होती है, जिन्हें स्कूल के लिए रवाना होना पड़ता है।
सोचिए अगर सुबह साढ़े पांच बजे बच्चों को स्कूल बुलाया जाए, तो कैसा होगा? इंडोनेशिया के एक शहर में सुबह बच्चे आधी नींद में रेंगते हुए स्कूल की ओर जा रहे हैं। इसकी तस्वीरें तेजी से वायरल हो रही हैं। इतनी सुबह-सुबह बच्चों का स्कूल जाना उनके पैरेंट्स के लिए भी कई मुश्किलें खड़ी कर रहा है।
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दरअसल यह एक विवादास्पद पायलट प्रोजेक्ट का हिस्सा है, जिसके तहत बच्चों को सुबह 5.30 बजे स्कूल बुलाया जा रहा है। मीडिया रिपोर्ट्स की माने तो, इंडोनेशिया के एक शहर में डॉन स्कूल ट्रायल चल रहा है। जिस वजह से सुबह-सुबह सड़कों पर स्कूली बच्चे जॉम्बी की तरह चलते नजर आ रहे हैं।
यह पायलट प्रोजेक्ट नुसा तेंगारा प्रांत की राजधानी कुपांग में चल रहा है। जहां 10वीं और 12वीं क्लास के बच्चों को सुबह 5.30 बजे स्कूल बुलाया जा रहा है। बच्चों को इतनी सुबह स्कूल बुलाए जाने को लेकर माता-पिता भी काफी नाराज़गी जता रहे हैं। उनका कहना है कि जब बच्चे स्कूल से वापस आते हैं, तो बेहद थका हुआ महसूस करते हैं।