अफगानिस्तान के विश्वविद्यालय तालिबान के सर्वोच्च नेता हिब्तुल्ला अखुंदजादा की अनुमति मिलने के बाद लड़कियों को दोबारा दाखिला देने के लिए तैयार है। तालिबान के अधिकारी ने यह बात शनिवार को कहीं, वहीं अफगानिस्तान के उच्च शिक्षा मंत्रालय के सलाहकार मौलवी अब्दुल जब्बार ने यह कहा, कि अगर तालिबान के सर्वोच्च नेता लड़कियों पर से विश्वविद्यालय का प्रतिबंध को हटाने के लिए तैयार है, तभी विश्वविद्यालय लड़कियों को दोबारा दाखिला देने को तैयार है।इसके साथ ही जब्बार ने यह भी स्पष्ट कर दिया कि उन्हें यह ज्ञात नहीं है, कि यह कब होगा सच में लड़कियों के विश्वविद्यालय में दाखिला लेने के प्रतिबंध को हटाया जाएगा या नहीं यह भी उन्हें नहीं पता।
जी न्यूज की आधिकारिक वेबसाइट के अनुसार, जब्बार ने प्रेस को बताया कि उनके सभी नेता इस बात के पक्ष में है कि लड़कियों को दोबारा विश्वविद्यालय में प्रवेश मिलाना चाहिए। इसके ही उन्होंने यह भी बताया, कि तालिबान के सर्वोच्च नेता अखुंदजादा के आदेश से अभी विश्वविद्यालय बंद है। जब वे विश्वविद्यालयों को खोलने का आदेश देंगे तभी विश्वविद्यालय खोले जाएंगे। जब्बार ने यह भी बताया कि वे खुद अखुंदजादा से करीबन सात से आठ साल पहले मिले थे।उन्होंने लगभग 10 साल पहले अफगानिस्तान मेंसोवियत युद्ध के दौरान दोषियों के खिलाफ उनके साथ लड़ाई लड़ी।
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जानकारी के लिए आपको बता दें, कि तालिबान ने पिछले साल दिसंबर में लड़कियों के विश्वविद्यालय जाने पर प्रतिबंध लगाया था। जिसकी दुनिया भर में आलोचना हुई थी, अगस्त 2021 में तालिबान ने सत्ता में आते ही लड़कियों को छठी कक्षा से ज्यादा पढ़ाई करने पर प्रतिबंध लगाया था। महिलाओं की शिक्षा पर प्रतिबंध लगाने वाला अफगानिस्तान पूरी दुनिया में एकमात्र देश है।
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