Haryana: मंगलवार को कथित गौरक्षक मोनू मानेसर को गुरुग्राम से हिरासत में ले लिया गया। नासिर और जुनैद हत्याकांड में नाम आने के बाद से फरार मोनू मानेसर के पकड़े जाने के बाद नूह कोर्ट में उसे पेश किया गया। जहां से उसे 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है। मोनू मानेसर को पुलिस सुरक्षा के बीच नूह कोर्ट ले जाया गया। मोनू के आने से पहले नूह में कड़ी सुरक्षा का इंतजाम किए गए। कोर्ट के आसपास बैरिकेडिंग कर दी गई, हर जाने आने वाले वाहन की जांच की जा रही है।
अफवाह फैलाने वालों पर भी नजर-
हाल ही में नूह में हुई सांप्रदायिक हिंसा में सुरक्षा बढ़ा दी गई है। इसके अलावा अफवाह फैलाने वालों पर भी नजर रखी जा रही है। सोशल मीडिया की हलचल पर भी पुलिस की निगाह है। ध्यान देने वाली बात यह है कि आज गुरुग्राम से मोनू मानेसर को पकड़ा गया। बताया जा रहा है कि मोनू को नूह हिंसा केस में गिरफ्तार किया गया है।
मुस्लिम व्यक्तियों की हत्या करने का आरोप-
गौरक्षक मोनू मानेसर के खिलाफ फरवरी में दो मुस्लिम व्यक्तियों की हत्या करने के आरोप पर मामला दर्ज कर पुलिस ने मामला दर्ज किया था। कुछ लोगों ने उस पर नूह में हुई हिंसा में भीड़ को भड़काने का भी आरोप लगाया है। इसके वीडियो में कथित तौर पर उसे सादे कपड़े पहने हुए पुलिस द्वारा हिरासत में लेते हुए दिखाया गया है।
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धारा 144 लागू करने के साथ-साथ इंटरनेट सेवाओं पर भी प्रतिबंध-
नूह में 31 जुलाई की हिंसा से पहले मानेसर का एक वीडियो सामने आया था। जिसमें उसने बताया था कि वह ब्रज मंडल जलाभिषेक नूह यात्रा में शामिल होने वाला है। उसने लोगों से भी इसमें शामिल होने का आग्रह किया था। हरियाणा के नेतृत्व वाले इस यात्रा पर भीड़ ने हमला कर दिया। जिसके बाद हिंसा में नूह और गुरुग्राम के 6 लोग मारे गए। कई दिनों तक नूह के आसपास के जिलों में तनाव रहा। इसे मद्देनजर नजर रखते हुए प्रशासन ने धारा 144 लागू करने के साथ-साथ इंटरनेट सेवाओं पर भी प्रतिबंध लगा दिया था।
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