Honda: बुधवार को जापान की ऑटो कंपनी होंडा ने घोषणा करते हुए बताया कि, कंपनी ने IIT बॉम्बे और IIT दिल्ली के साथ AI टेक्नोलॉजी पर एक साथ रिसर्च करने के लिए पार्टनरशिप की है। इस नई पार्टनरशिप का उद्देश्य ड्राइवर असिस्टेंस और ऑटोमेटिक ड्राइविंग टेक्नोलॉजी को विकसित करना है, जो न सिर्फ भारत में बल्कि दुनिया भर के अलग-अलग क्षेत्र में लागू की जा सकेगी। होंडा एक बयान में कहा है, कि इस पार्टनरशिप का मुख्य उद्देश्य कंपनी की कोऑपरेटिव इंटेलिजेंस एआई तकनीक को नई ऊंचाइयों तक पहुंचना है, जो मशीनों और इंसानों के बीच बेहतर समझ और सहयोग को सक्षम बनाती है।
कॉन्ट्रेक्ट पर साइन-
इससे ड्राइविंग अनुभव को ज्यादा सुरक्षित और बेहतर बनाया जा सकता है। इस पार्टनरशिप के अंतर्गत होंडा की भारतीय सहायक कंपनी होंडा कार्स इंडिया लिमिटेड दोनों आईआईटी दिल्ली और मुंबई के बीच साथ मिलकर रिसर्च करने के लिए एक कॉन्ट्रेक्ट पर साइन किए जाएंगे। इस कॉन्ट्रेक्ट के तहत दोनों आईआईटी संस्थानों और होंडा के रिसर्चर्स मिलकर नई तकनीक पर काम करेंगे, जो ऑटोमेटिक ड्राइविंग और ड्राइवर असिस्टेंस सिस्टम को और ज्यादा सुरक्षित बना सके।
सीआई को आगे बढ़ाने के लिए-
बयान में यह भी कहा गया कि आईआईटी दिल्ली और आईआईटी बॉम्बे में मौजूद दिग्गज रिसर्चर्स और इंजीनियरों के साथ मिलकर होंडा सीआई की तकनीकों को और ज्यादा बेहतर किया जाएगा। इस पार्टनरशिप का फोकस उन टेकनीक्स पर होगा, जो यातायात दुर्घटनाओं को कम करने और ऑटोमेटिक ड्राइविंग की क्षमताओं को बढ़ाने में मददगार होगी। इसके साथ ही बयान में कहा गया कि सीआई को आगे बढ़ाने के लिए होंडा और आईआईटी ने अपने प्रमुख विषयों में आसपास के पर्यावरण की पहचान और अन्य एआई टेक्नॉलॉजी का इस्तेमाल शामिल होगा।
कंपनी का कहना है-
कंपनी का कहना है कि होंडा और आईआईटी के रिसचर्स स्टूडेंट्स के साथ मिलकर इस टेकनीक का डिजाइन, विकास और टेस्टिंग करेंगे, जो सिर्फ लैब तक सिमित नहीं होगा। यह पार्टनर्शिप इस टेक्नीक को स्वतंत्र रुप से विकसित करेगी। बयान में आगे कहा गया कि, यह पार्टनरशिप दोनों पक्षों को एक सहयोगात्मक माहौल में काम करने का मौका दे रही है। जिससे आने वाल औद्योगिक (industrial) जानकारी का और बेहतर आदान-प्रदान किया जा सके। इससे होंडा आईआईटी के बीच साझेदारी और भी मजबूत हो गया और भविष्य में ड्राइविंग हेल्प और स्वचालित यानी ऑटोमेटिक ड्राइविंग टेक्नोलॉजी के विकास में मदद मिलेगी।
ड्राइविंग असिस्टेंट और ऑटोमेटिक ड्राइविंग टेक्नोलॉजी-
इसके साथ ही इस नई पार्टनर्शिप में होंडा आईआईटी की मदद से मुंबई और दिल्ली के क्षेत्र में ड्राइविंग असिस्टेंट और ऑटोमेटिक ड्राइविंग टेक्नोलॉजी को वेरीफाई करने का लक्ष्य बना रही है। सड़क इस्तेमाल करने वाले लोगों की संख्या ज्यादा होने के कारण, भारत में यातायात का वातावरण काफी मुश्किल है। जहां बार-बार होने वाली घटनाओं को पहले ही जान लेना एआई के लिए काफी मुश्किल होता है।
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बयान में कहा गया, कि तकनीकी रूप से ऐसे चुनौती भरे माहौल में टेक्नोलॉजी को वेरीफाई करके होंडा और आईआईटी की टेक्नोलॉजी को रिफाइंड करेंगे और उन्हें भारत समेत पूरी दुनिया के अलग-अलग क्षेत्र में फ्यूचर के ड्राइवर असिस्टेंट और ऑटोमेटिक ड्राइविंग टेक्नोलॉजी में लागू करने का की कोशिश करेंगे। होंडा ने कहा कि वह 2019 से सक्रिय रूप से आईआईटी ग्रेजुएट्स को काम कर रही है और उनमें से बहुत से अब होंडा के अनुसंधान और विकास में अलग-अलग क्षेत्र में मुख्य भूमिका निभा रहे हैं।
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