Kansai International Airport: एयरपोर्ट सिर्फ यात्रा के लिए एक जगह नहीं होते, बल्कि ये इंजीनियरिंग की बेहतरीन मिसाल और वैश्विक कनेक्शन का प्रतीक भी होते हैं। जापान का कंसाई इंटरनेशनल एयरपोर्ट इसका एक अच्छा उदाहरण है। यह एयरपोर्ट एक कृत्रिम द्वीप (Artificial Island) पर बनाया गया था, जो एक बड़ी तकनीकी चुनौती थी। इस प्रोजेक्ट ने इंजीनियरिंग की नई सीमाएं स्थापित की और दुनिया के सामने एक नया उदाहरण पेश किया। कंसाई एयरपोर्ट का निर्माण साल 1994 में शुरू हुआ था और यह दुनिया का पहला एयरपोर्ट है, जो पूरी तरह से एक इंसान द्वारा बनाए गए आईलैंड पर बनाया गया है।
एयरपोर्ट बनाने की जरूरत क्यों पड़ी?(Kansai International Airport)
दरअसल इसे ओसाका शहर में बढ़ती जनसंख्या और सीमित जगह की वजह एयरपोर्ट बनाने की जरूरत पड़ी। इस आर्टिफिशियल आईलैंड को ओसाका में बनाया गया और इसमें लगभग 14 अरब डॉलर का खर्च आया, जो आज के समय में करीब 40 अरब डॉलर के बराबर है। हालांकि, इस प्रोजेक्ट के दौरान कई समस्याएं सामने आई। जब इसका निर्माण शुरू हुआ था, तो माना गया था, कि यह समय के साथ करीब 8 मीटर तक डूबेगा।

क्यों डूब रहा है एयरपोर्ट?(Kansai International Airport)
लेकिन असल में पहले आठ सालों में ही यह आईलैंड 12 मीटर डूब गया और 2023 तक यह 13.61 मीटर तक डूब चुका था। इसका कारण आईलैंड के नीचे की मिट्टी के दबाव को बताया गया है। यह आईलैंड अभी भी डूब रहा है और हर साल यह लगभग 6 सेंटीमीटर और डूबता जा रहा है, जिससे एयरपोर्ट को चलाने में कई समस्याएं आ रही हैं। इस समस्या से निपटने के लिए अब तक 100 मिलियन डॉलर से ज्यादा खर्च किए जा चुके हैं, जिससे आईलैंड की ऊंचाई बनी रहे।

प्राकृतिक आपदाओं का सामना-
इसके अलावा कंसाई एयरपोर्ट को प्राकृतिक आपदाओं का भी सामना करना पड़ा है। साल 2018 में ताइफून जेबी ने एयरपोर्ट को बुरी तरह प्रभावित किया था और एयरपोर्ट को कुछ समय के लिए बंद करना पड़ा था। इसके बाद से सुरक्षा बढ़ाने के लिए समुद्र की दीवारों को ऊंचा किया गया और रनवे को भी ऊंचा किया गया है, जिससे भविष्य में ऐसी समस्याएं कम हो सकें। इन सभी मुश्किलों के बावजूद, कंसाई इंटरनेशनल एयरपोर्ट आज भी जापान की महत्वपूर्ण अवसंरचना का हिस्सा बना हुआ है।
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26 मिलियन यात्रियों की सेवा-
2023 में इस एयरपोर्ट ने लगभग 26 मिलियन यात्रियों की सेवा की। अब इसे और बेहतर बनाने के लिए 470 मिलियन डॉलर का निवेश किया जा रहा है। इसके अलावा कंसाई एयरपोर्ट 2025 में ओसाका एक्सपो के लिए एक प्रमुख प्रवेश द्वार बनेगा। हालांकि विशेषज्ञों का कहना है कि अगर आईलैंड का डूबना जारी रहा, तो अगले कुछ दशकों में इसे बचाने के लिए और भी बड़े उपायों की ज़रुरत हो सकती है। कंसाई इंटरनेशनल एयरपोर्ट इंजीनियरिंग के लिए एक बेहतरीन उदाहरण है, जो यह सिखाता है कि कोई भी बड़ी सफलता सिर्फ कल्पना से नहीं, बल्कि समस्याओं को हल करने और सुधारने की क्षमता से मिलती है।
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