Trump Deportation: इस समय एक ऐसी खबर, जो पूरी दुनिया में हलचल मचा रही है। डोनाल्ड ट्रंप प्रशासन ने अवैध प्रवासियों के खिलाफ एक ऐसा अभियान शुरू किया है, जो अब तक का सबसे कठोर और व्यापक अभियान माना जा रहा है। व्हाइट हाउस के प्रेस सेक्रेटरी कैरोलाइन लेविट ने एक बड़ी जानकारी दी है, उन्होंने बताया, कि 538 अवैध प्रवासी, जिनमें एक संदिग्ध आतंकवादी, त्रेन डी अरागुआ गैंग के चार सदस्य और कई बाल यौन अपराधी शामिल हैं, को गिरफ्तार किया गया है।
सैन्य विमानों का इस्तेमाल(Trump Deportation)-
ट्रंप प्रशासन ने एक अभूतपूर्व कदम उठाया है, सैन्य विमानों जैसे C-17 का उपयोग करके अवैध प्रवासियों को निष्कासित करना। यह एक ऐसा रणनीतिक कदम है, जिसे पहले जो बाइडेन के कार्यकाल में नहीं अपनाया गया था।
संसाधनों का उपयोग(Trump Deportation)-
स्टीफन मिलर, उप व्हाइट हाउस कार्यालय के प्रमुख ने बताया, कि प्रशासन विभिन्न स्रोतों से विमान उपलब्ध करा रहा है। इनमें होमलैंड सिक्योरिटी विभाग, रक्षा विभाग, राज्य विभाग के विमान, वाणिज्यिक विमान और चार्टर विमान शामिल हैं। यह एक व्यापक रणनीति है, जो हर संभव संसाधन का उपयोग करती है।
विवादास्पद लेकिन प्रभावी विकल्प-
सिविल रिजर्व एयर फ्लीट (CRAF) का उपयोग करके वाणिज्यिक एयरलाइंस को भी इस प्रक्रिया में शामिल किया जा रहा है। हालांकि यह विकल्प विवादास्पद है, लेकिन विशेषज्ञों का मानना है, कि यह आवश्यक है।
तकनीकी निगरानी का नया हथियार-
प्रशासन डिजिटल फुटप्रिंट, वित्तीय रिकॉर्ड और कानून प्रवर्तन खुफिया जानकारी का उपयोग करके अवैध प्रवासियों को ट्रैक कर रहा है। यह एक अत्याधुनिक तकनीक है, जो निगरानी और कार्रवाई को और अधिक प्रभावी बनाती है।
विशेषज्ञों की राय-
टॉड हैरिसन, अमेरिकन एंटरप्राइज इंस्टीट्यूट के वरिष्ठ फेलो का कहना है कि 100,000 लोगों को हटाना एक बड़ी चुनौती है। उन्होंने कहा, कि जितनी जल्दी लोगों को निष्कासित किया जाएगा, उतना ही बेहतर होगा। यह प्रक्रिया न केवल कानूनी है, बल्कि देश की सुरक्षा के लिए भी महत्वपूर्ण।
ये भी पढ़ें- ये हैं दुनिया के टॉप 10 हाई IQ वाले व्यक्ति, यहां है पूरी लिस्ट
स्पष्ट संदेश-
ट्रंप प्रशासन का संदेश बिल्कुल साफ है, अमेरिका में बिना अनुमति के प्रवेश करने वालों को कड़े परिणाम भुगतने होंगे। यह संदेश सिर्फ अमेरिका के लिए नहीं, बल्कि पूरी दुनिया के लिए है। यह अभियान न केवल एक कानूनी कार्रवाई है, बल्कि एक स्पष्ट राजनीतिक संदेश भी है। अमेरिका अपनी सीमाओं की सुरक्षा को लेकर गंभीर है और इसे पूरी दुनिया को समझना होगा।
ये भी पढ़ें- समुद्र और महासागर में क्या है अंतर? यहां जानें इनसे जुड़े कई रहस्य