ISRO (भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन) ने चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर Chandrayan-3 द्वारा सॉफ्ट लैंडिंग कर इतिहास रच दिया है। जिसके बाद पूरी दुनिया भारत की तारीफ कर रही है और उसे बधाई दे रही है।. हमारे पड़ोसी देश पाकिस्तान के नागरिकों ने भारत की सफलता की सराहना की और कहा कि भारत हमसे 100 साल आगे है। एक पाकिस्तानी नागरिक ने पाकिस्तानी सरकार पर तंज कसते हुए कहा कि ‘भारत चांद पर जाने के लिए पैसे खर्च कर रहा है और हम पहले से ही चांद पर मुफ्त में मौजूद हैं’। जब उनसे यह पूछा गया कि उनका क्या मतलब है? तो उन्होंने जवाब दिया क्या चंद्रमा पर पानी मौजूद है, यहां भी हमारे पास नहीं है, क्या वहां ईंधन है, यहां भी हमारे पास नहीं है, क्या वहां बिजली उपलब्ध है यहां पर भी हमारे पास बिजली नहीं है।
भारत कहीं आगे-
एक अन्य पाकिस्तानी नागरिक ने उपलब्धि पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि भारत के चंद्रमा पर पहुंचने में क्या खास बात है। हमारा पैर अभी भी सीमा पर भारतीय सैनिकों से ऊंचा है। हालांकि उन्होंने फिर यह भी कहा कि चांद के बारे में भूल जाओ। अगर हम अपने इस रवैया में फंस गए, तो हम जलजीरा स्टोर तक भी नहीं पहुंच पाएंगे। उनका कहना है कि पाकिस्तान क्रिकेट में भारत के साथ प्रतिस्पर्धा करता है, जहां वह कभी-कभी मुश्किल से जीत पता है। लेकिन हर दूसरे पहलू के मामले में चाहे वह प्रौद्योगिकी हो, स्वास्थ्य हो या फिर कोई अन्य चीज भारत पाकिस्तान से कहीं आगे है। उन्होंने यह भी कहा कि वह चिकित्सा के क्षेत्र में विश्व स्तर पर नंबर वन है। भारत द्वारा निर्मित प्रत्येक उत्पाद दुनिया भर में शीर्ष पर है तो हम उनसे प्रतिस्पर्धा कैसे कर सकते हैं।
पाकिस्तान में Chandrayan-3 प्रसारण-
जब लोगों से पहले पूछा गया, कि क्या पाकिस्तान को चंद्रयान 3 की लैंडिंग का प्रसारण करना चाहिए या नहीं, तो इस पर एक व्यक्ति ने जवाब देते हुए कहा कि अगर कोई अन्य देश ऐसा करता चाहे वह चीन ही क्यों न हो, तो हम निश्चित रूप से इसका प्रसारण करते। फिर भारत के खिलाफ इतनी नफरत क्यों है? उसने सिखो और देखो उन्होंने कितना विकास किया है। उनकी अर्थव्यवस्था आज दुनिया में पांचवें स्थान पर है, हम भारत के प्रधानमंत्री के आलोचना करते हुए कहते थे कि उनके पास कोई विज़न नहीं है। लेकिन अब देखिए वह कितना आगे बढ़े हैं।
ज्यादातर शिक्षित लोग विदेश में चले गए-
एक अन्य पाकिस्तानी नागरिक ने अपने देश की खराब स्थिति के बारे में बात करते हुए कहा, ‘कि यहां के ज्यादातर शिक्षित लोग विदेश में चले गए हैं, पासपोर्ट कार्यालय में भी उन्हें अनुमति दे दी है, यहां तक कि मैं भी सोचूंगा कि यहां पर रोजगार नहीं है इसीलिए मैं भी ऐसा कर सकता हूं, जो हमारी बुनियादी जरूरत है पूरी नहीं हो रही है’। जहां भारत ने इतनी ऐतिहासिक प्रगति की है वहीं दूसरी ओर पाकिस्तान अब बुनियादी जरूरत को पूरा करने के लिए संघर्ष कर रहा है। क्योंकि संभव है कि देश अब तक के सबसे खराब आर्थिक संकटों से जूझ रहा है। पाकिस्तान को डॉलर की कमी का सामना करना पड़ रहा है, जो पर्याप्त निर्यात क्षमता की कमी और उच्च आयात से जुड़ा हुआ है। इन समस्याओं ने मिलकर आर्थिक पतन की वर्तमान स्थिति को जन्म दिया है।
पाकिस्तान का कुल सार्वजनिक कर्ज-
हमारा पड़ोसी देश दीर्घकालिक और बहुआयामी है, इकोनॉमिक एंड पॉलीटिकल वीकली के अनुसार, 1950 से देश में 13 अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष कार्यक्रम है। यह आईएफ पर काफी निर्भर है जिसे पिछले कर्ज का भुगतान करने के लिए एक और कर्ज लेने के पैटर्न में देखा जा सकता है। यह देश कर्ज के जाल में फंस गया है। EPW ने स्टेट बैंक ऑफ़ पाकिस्तान का हवाला देते हुए कहा कि जून 2021 तक पाकिस्तान का कुल सार्वजनिक कर्ज 45.7 ट्रिलियन है।
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चार मिलियन पाकिस्तानियों को गरीबी में धकेल दिया-
राष्ट्र लगातार अंतरराष्ट्रीय मौद्रिक निकायों के लिए गए ऋण की राहत पाने की कोशिश करता रहा है। विश्व बैंक से इस साल जनवरी में पाकिस्तान को तब झटका लगा, जब उसने 1.1 अरब डॉलर के दो ऋण की मंजूरी अगले साल तक के लिए टाल दी। दूसरी ओर विश्व बैंक ने अप्रैल में कहा था कि विभिन्न आर्थिक झटकों के वजह से इस वित्तीय वर्ष में लगभग चार मिलियन पाकिस्तानियों को गरीबी में धकेल दिया गया है। जानकारी के मुताबिक विश्व बैंक में पाकिस्तान ने संकट से बचने के लिए तुरंत नई विदेशी ऋण की व्यवस्था करने का भी आग्रह किया।
पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान को जेल-
आर्थिक संकट के अलावा पाकिस्तान एक और बड़े राजनीतिक संकट का सामना कर रहा है। जहां उसके पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान को जेल भेज दिया गया। जिसकी वजह से इमरान खान को प्रधानमंत्री की कुर्सी गवांनी पड़ी, इससे उनका कार्यकाल समाप्त हो गया। उन्होंने संसद के अंदर समर्थन खो दिया और ऐसा लग रहा था कि उन्होंने सेना से भी समर्थन खो दिया। जिसकी वजह से उनका पतन आसान हुआ, हालांकि उनकी पार्टी और सेना दोनों ने इन दावों को गलत करार दिया है।
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