मंगलवार पाकिस्तान के पंजाब की मुख्यमंत्री मरियम नवाज ने शादी समारोह के लिए एक नियम लागू कर दिया है, इसे लागू करने के लिए शख्ति के निर्देश भी दिए गए हैं। यह नियम कम आए वाले परिवारों पर वित्तीय बोझ को कम करने के लिए लागू किया गया है। मरियम कि अध्यक्षता में हुए कैबिनेट सत्र में बहुत से अन्य अहन फैसला भी लिए गए थे। न्यूज इंटरनेशनल की रिपोर्ट के मुताबिक, यह नियम पंजाब प्रांत में कई सालों से लागू है।
शादी की महंगी दावत-
नागरिकों के बीच धन के प्रदर्शन को कम करने और वित्तीय चुनौतियों की बावजूद शादी की महंगी दावत देने को मजबूर करने की मजबूरी को खत्म करने के लिए इस कानून को लाया गया है। अधिकारियों ने बहुत बार इसके उल्लघंन को लेकर नागरिकों के खिलाफ दंडात्मक कार्यवाही भी की है।
शादी की महंगी दावत-
जिन्होंने स्थानीय और विदेशी मुद्राओं का बेहिसाब खर्च करके शादी में मेहमानों को महंगा भोजन करवा कर इन नियमों का उल्लंघन किया। इस रिपोर्ट के मुताबिक, बिगड़ते बिजली संकट के बीच एनर्जी बढ़ाने के लिए कैबिनेट में साल 2022 में इस्लामाबाद में रात 10:00 बजे के बाद से ही शादी समारोह पर प्रतिबंध लगाने का फैसला किया था। आपकी जानकारी के लिए बता दें काफी समय से पाकिस्तान भारी आर्थिक संकट से गुजर रहा है।
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सरकार के सामने सबसे बड़ी चुनौती-
देश की इकोनॉमी को मजबूत करना शाहनबाज शरीफ सरकार के सामने सबसे बड़ी चुनौती है। शरीफ एक बार फिर से अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष से मदद की उम्मीद कर रहे हैं। इसी सिलसिले में उन्होंने आईएमएफ की प्रमुख क्रिस्टलीय जॉर्जिया से मुलाकात की। शरीफ ने नकदी संकट से जूझ रहे अपने देश की अर्थव्यवस्था को पटरी पर लाने के लिए नए लोन प्रोग्राम पर चर्चा की। यह बैठक विश्व आर्थिक मंच की एक मीटिंग के दौरान हुई थी। आपकी जानकारी के लिए बता दें कि पाकिस्तान ने पिछले साल जून में तीन अरब अमेरिकी डॉलर का आईएफ प्रोग्राम हासिल किया था।
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