हरियाणा के अरावली हिस्से में बसे कांत एनक्लेव में सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद तोडफोड़ की कार्यवाही को प्रशासन ने अंजाम दिया है। ये कार्यवाही अपने आप में ऐतिहासिक है।
दस्तक इंडिया की टीम इस कार्यवाही के बारे में विस्तार से जानने कांत एनक्लेव पहुंची। वहां हमने पर्यावरणविद पवन भारद्वाज और आरटीआई एक्टिविस्ट विष्णु गोयल से कांत एनक्लेव पर हुई इस बाडी कार्यवाही को लेकर विस्तार से चर्चा की।
प्रधानमंत्री पद के लिए 41% लोगों की पहली पसंद हैं नरेंद्र मोदी- सर्वे रिपोर्ट
हरियाणा के अरावली हिस्से में बसे कांत एनक्लेव में सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद तोडफोड़ की कार्यवाही को प्रशासन ने अंजाम दिया है। ये कार्यवाही अपने आप में ऐतिहासिक है।दस्तक इंडिया की टीम इस कार्यवाही के बारे में विस्तार से जानने कांत एनक्लेव पहुंची। वहां हमने पर्यावरणविद पवन भारद्वाज और आरटीआई एक्टिविस्ट विष्णु गोयल से कांत एनक्लेव पर हुई इस बाडी कार्यवाही को लेकर विस्तार से चर्चा की।हमने पवन और विष्णु से अरावली में अन्य जगह हो रहे अवैध कब्जों, पीएलपीए के दायरों, अरावली की हमारे जीवन में महत्वता और यहां मौजूद जंगली जानवारों के बारे में विस्तार से चर्चा की है।हमारा आप से अनुरोध है 14 मिनट 36 सेकेंड की इस वीडियो को देखने के लिए आप थोडा अलग से समय निकालें। उसके बाद आप ये जान पाएंगे कि अरावली की मौजूदगी के दिल्ली-एनसीआर के लिए क्या मायने हैं। कैसे यहां के वन्य जीवों को बचाए जाने की जरुरत है। अरावली का सच क्या है और इसे कैसे और किस स्तर पर लूटा जा रहा है।