सूबे की योगी सरकार ने जीएसटी बिल 2017 को लागू करने के लिए कमर कस चुकी है। इतना ही नहीं जीएसटी को लेकर भ्रामक सूचनाओं को रोकने के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपने कैबिनेट मंत्रियों और जिले के प्रभारी मंत्रियों को जनता और व्यापारियों से सीधे संपर्क कर उन्हें वास्तविक स्थिति से अवगत कराने के निर्देश दिए हैं। लेकिन योगी सरकार में कैबिनेट मंत्री रमापति शास्त्री खुद नहीं जानते जीएसटी का फुल फॉर्म क्या है।
जब मीडिया ने समाज कल्याण मंत्री रमापति शास्त्री से पूछा कि आप जीएसटी का फुल फॉर्म पर बता दीजिए तो मंत्री जी इस सवाल पर बगले झांकते नजर आए और जवाब नहीं दे सके।
सवाल ये नहीं है कि मंत्री जी को जीएसटी का फुल फॉर्म नहीं पता था। सवाल ये है कि जब मुख्यमंत्री ने अपने मंत्रियों को जीएसटी से जुड़े अफवाहों को दूर करने की जिम्मेदारी सौंपी है, वैसे में जब मंत्री ही जीएसटी के बारे में बेसिक जानकारी नहीं रख रहे हैं तो लोगों को क्या समझा पाएंगे।
गौरतलब है कि योगी सरकार ने जीएसटी को लेकर तमाम तरह के भ्रम और अफवाहों को दूर करने के लिए रणनीति बनाई है। इस संबंध में सीएम योगी आदित्यनाथ ने अपने मंत्रियों को निर्देश दिया है कि वे लोगों से जनसंपर्क, गोष्ठी, संवाद और मीडिया के माध्यम से जीएसटी को लेकर भ्रम दूर करें।
उन्होंने कहा कि जीएसटी के संबंध में तमाम भ्रांतियां व गलतफहमियां लोगों में हैं, उन्हें दूर करने के लिए मंत्री गण अपने जनपदों में जाकर व्यापारियों, चार्टर्ड एकाउंटेंट्स, वकीलों, व्यापारिक संगठनों से नियमित संवाद करें। साथ ही गोष्ठियों, संवाद और प्रेस वार्ताओं के माध्यम से जीएसटी के सम्बन्ध में हो रही भ्रांतियों व गलतफहमियों को दूर करें।