प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी एक पुस्तक लिखेंगे जो युवाओं को सर्मिपत होगी। इस पुस्तक में प्रधानमंत्री परीक्षा के तनाव को दूर करने, शांत चित्त रहने और परीक्षा के बाद किये जाने वाले कार्यो के विषय में बताएंगे । इस पुस्तक का प्रकाशन पेंग्वीन रैंडम हाऊस करेगा । प्रकाशन ने कहा कि यह पुस्तक कई भाषाओं में लिखी जायेगी और इस वर्ष बाद में यह बाजार में आयेगी। पुस्तक में छात्रों से जुड़े कई आयामों पर प्रकाश डाला जायेगा जो विशेष तौर पर 10वीं और 12वीं कक्षा की परीक्षा के संदर्भ में अहम होगा। इस पुस्तक का सार यह है कि अंक के ऊपर ज्ञान को क्यों महत्व दिया जाए और भविष्य के लिये कैसे जिम्मेदारी का वहन किया जाए।
इस पुस्तक का विचार मोदी की ओर से ही आया । ‘मन की बात’ को अच्छी प्रतिक्रिया के बाद प्रधानमंत्री ने उन विचारों को एकत्रित करने और कुछ नये विचारों के साथ इन्हें पुस्तकाकार रूप देने का निर्णय किया । प्रकाशक ने मोदी के हवाले से कहा मैंने ऐसे विषय पर लिखना पसंद किया जो मेरे दिल के काफी करीब है और जो युवा एवं युवा नीत आने वाले कल की बुनियादी सोच पर आधारित है। ब्लू्क्राफ्ट डिजिटल फाउंडेशन इस पुस्तक का प्रौद्योगिकी एवं ज्ञान पार्टनर है।
पैंग्वीन रैंडम हाऊस के सीईओ गौरव श्रीनागेश ने कहा कि हम प्रधानमंत्री के विचारों को प्रकाशित करके र्हिषत हो रहे हैं ताकि युवाओं के बारे में उनके संदेश को देश में पहुंचाया जा सके। पीआरएच के वाणिज्यिक एवं कारोबार प्रकोष्ठ की एडिटर इन चीफ मिली एश्वर्या ने कहा कि यह विरले देखी जाने वाली और अनोखी पहल है कि प्रधानमंत्री ने छात्रों की स्थिति को सीधे संबोधत करने का निर्णय किया है। हम इस पहल का हिस्सा बनकर गौरवान्वित हैं।