फरीदाबाद- मानसून के बाद तो बारिश आई नहीं मगर अब सितंबर के आखरी दौर में बारिश ने फरीदाबादवासियों की मुसिबत बढा दी है। सवेरे नौ बजे से लेकर शाम छह बजे तक हुई बरसात से लोगों के काम धंधे तो प्रभावित हुए ही साथ ही यातायात, स्कूल जाने वाले बच्चों, रोजमर्रा कमाने वाले रेहड़ी पटरी वालों को खासी दिक्कतों का सामना करना पडा।
बारिश के कारण शहर में जगह जगह जलभराव हो गया जिस कारण मुख्य चौक चौराहों पर दिनभर जाम का माहौल रहा। आवागमन के साधन ऑटो, रिक्शा लगभग बंद होने के कारण शाम को काम से लौटने वालों को खासी परेशानीयों का सामना करना पडा और जलभराव के बिच पैदल ही घर को जाना पडा। बाटा मेट्रो स्टेशन के बाहर खडे रोहित शर्मा ने बताया कि वो ऑफिस से मेट्रो में बैठ यहां तक तो आ गए लेकिन आगे जाने के लिए न तो सडक पर कोई ऑटो नजर आ रहा है न ही ओला और उबर की कोई कैब बुक हो पा रही है।
दिनभर चली बारिश के कारण राशन, कपडे, कोनफेंसरी की दुकानों तक में पानी भर गया। हाडवेयर चौक, बाटा चौक, नीलम चौक और सेक्टर सात में भारी जाम लगा हुआ है। सेक्टर 15,16,11, प्याली चौक, न्यू जनता कॉलोनी, में दो नंबर एनआईटी एय़रफोरस रोड, डबुआ, पर्वतिय कॉलोनी, सोहना रोड और उसके आसपास की कॉलोनियां, ओल्ड फरीदाबाद तथा बडखल क्षेत्र की डेढ़ दर्जन से ज्यादा कच्ची पक्की बस्तीयों में पानी भर गया। यहां पांच लाख से ज्यादा आबादी आज बरसात से प्रभावित हुई है।
वहीं बरसात ने बल्लभगढ़ शहर में भी जन-जीवन पूरी तरह से अस्त-व्यस्त कर दिया। बरसात के चलते अंबेडकर चौक सहित राष्ट्रीय राजमार्ग, मोहना रोड व कई कालोनियों में जलभराव की समस्या होने से वाहन चालकों सहित पैदल आने जाने वाले लोगों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ा। सुबह से शुरु हुई बरसात सायं तक जारी रही और इस दौरान आमजन को भारी परेशानियां पेश आई। नवरात्रे होने के कारण मंदिर आने जाने वाले श्रद्धालुओं को भी बरसात के चलते परेशानियां हुई व मंदिरों में इन दिनों चल रहे विशेष आयोजन भी बरसात के चलते प्रभावित हो गए। इस बेमौसमी बरसात के चलते चावला कालोनी, बनियावाडा वार्ड-8, सुभाष कालोनी, मलेरना रोड, भूदत्त कालोनी, सेक्टर-3 मार्ग, सेक्टर-2 सहित अन्य कई कालोनियों के मार्गों पर कई कई फुट पानी जमा हो गया। बरसात के चलते बाजारों में भी दुकानदारों की दुकानदारी प्रभावित रही और कई दुकानों में पानी तक घुस गया, जिससे उनका सामान तक खराब हो गया।
बरसात की वजह से पानी निकासी में रुकावट आई है। नगर निगम के अधिकारी अगर समय रहते नाले और नालियों की सफाई करवाते रहें तो लोगों को ऐसी परेशानी न झेलनी पडे। अनेक लोगों का ये कहना है कि सफाई केवल कागजों में ही की जाती है। धरातल पर नहीं दिखती।