उत्तर प्रदेश से बीते कल एक सनसनीखेज मामला सामने आया था। बागपत जेल में गैंगस्टर प्रेम प्रकाश उर्फ मुन्ना सिंह की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। मुन्ना की हत्या आरोपी गैंगस्टर सुनील राठी ने की। सुनील ने मुन्ना पर ताबड़तोड़ 10 गोलियां चलाईं जिसमें से अधिकतर गोलियां मुन्ना के सिर में लगी। मुन्ना की मौके पर ही मौत हो गई। इस हत्या को लेकर कई सवाल उठ रहे हैं। जिल पिस्टल से मुन्ना की हत्या की गई वह बरामद कर ली गई है। मुन्ना की पत्नी ने बीजेपी के मंत्री मनोज सिन्हा और पूर्व सांसद धनंजय सिंह के अलावा कई बड़े नेताओं पर हत्या का आरोप लगाया है।
हैवान पिता ने 3 साल के मासूम को पटक-पटकर मारा : वीडियो हुआ वायरल
वारदात के तुरंत बाद ही उत्तर-प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बागपत जेल के जेलर के साथ चार जेलकर्मियों को निलंबित कर दिया है और जांच के आदेश देते हुए कहा था कि जो भी आरोपी पाया जाएगा उस पर शख्त कार्यवाही की जाएंगी। मुन्ना का झांसी जेल से बागपत जेल में शिफ्ट किया गया था और उसकी कोर्ट में पेशी होनी थी लेकिन उससे पहले ही उसकी हत्या कर दी गई। मुन्ना बजरंगी की हत्या के बाद बागपत जेल में पुलिस प्रशासन में हड़कंप मचा हुआ है। कल देर रात तक जेल में तलाशी अभियान चलाया। देर रात में एक पिस्टल और 22 कारतूस को बरामद किये गए।
जम्मू-कश्मीर में बीजेपी जल्द सरकार बनाने की फिराक में
मुन्ना की पत्नी सीमा सिंह ने केंद्रीय रेलमंत्री मनोज सिन्हा और पूर्व सांसद धनंजय सिंह समेत कई बड़े नेताओं पर अपने पति की हत्या की साजिश रचने का आरोप लगाते हुए कहा कि पूर्व सांसद धनंजय सिंह के साथ ही मनोज सिन्हा और पूर्व विधायक कृष्णानंद राय की पत्नी अलका राय ने कई लोगों के साथ मिलकर मेरे पति की हत्या की साजिश रची। बागपत जिला अस्पताल में सीमा सिंह ने कहा, “धनंजय सिंह, कृष्णानंद की पत्नी अलका और मनोज सिन्हा समेत प्रदेश के कई बड़े नेताओं ने शासन-प्रशासन से मिलकर मेरे पति की हत्या करा दी। ये लोग नहीं चाहते थे कि वह राजनीति में आगे जाए।” सीमा ने कहा कि मुझे जिसका अंदेशा पहले से था वही हुआ।” उन्होंने ने कहा कि पोस्टमार्टम के बाद वह मुन्ना का शव लखनऊ ले जाकर, मुख्यमंत्री कार्यालय पर धरना देगी।
बागपत जेल में मुन्ना बजरंगी की हत्या, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने दिए जांच के आदेश