Navratri Upay: जल्द ही 17 अप्रैल आने वाला है और चैत्र नवरात्रि का पावन त्योहार 17 अप्रैल को समाप्त हो जाएगा। चैत्र नवरात्रि में नौ दिनों तक अखंड ज्योति जलाई जाती है। लेकिन ज्योतिष शास्त्र में ऐसा माना गया कि चैत्र नवरात्रि के आखिरी दिन अगर आप नवमी के दिन घी या सरसों का नहीं बल्कि एक अलग तेल का दिया जलाते हैं, तो इससे आपको बहुत से लाभ मिल सकते हैं। आईए इसके बारे में विस्तार से जानते हैं-
अखंड ज्योत-
चैत्र नवरात्रि के नौ दिनों में मां दुर्गा के नौ रुपों की पूजा की जाती है। कलश स्थापना भी की जाती। इसके साथ ही अखंड ज्योत का भी बड़ा महत्व है लोग इन नौ दिनों तक अखंड ज्योत जलाते हैं। वहीं अगर चैत्र नवरात्रि के आखिरी दिन पर जलने वाले दिए कि बात करें तो इसे आप वार के कि हिसाब से जला सकते हैं। हमेशा यह ध्यान दें कि नवरात्रि के आखिरी दिन कौन सा वार पर पड़ रहा है। उसके हिसाब से जलाया जाता है।
तिल के तेल का दिया-
ऐसे में इस बार बुधवार पड़ रहा है, इस दिन आप तिल के तेल का दिया जला सकते हैं। मां दुर्गा के सामने जलने वाले अखंड ज्योति के अलावा आप एक और दिया जलाएं। उसे आप तिल के तेल से जलाएं। चैत्र नवरात्रि के आखिरी दिन आपको ऐसा इसलिए करना है क्योंकि तिल के तेल का दिया जलाने से नौ देवी नौ दिनों की पूजा में अगर कोई दोष होगा तो वह दूर हो जाएगा। इसका सबसे ज्यादा प्रभाव आपके पितरों पर पड़ता है।
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किस दिशा में रखें-
आपको आपके पितरों का आशीर्वाद प्राप्त होता है और पितृ प्रसन्न हो जाते हैं। अगर आप चैत्र नवरात्रि के आखिरी दिन तिल के तेल का दिया जलाते हैं तो इसे धन संबंधित दोष भी नष्ट हो जाते हैं। मां दुर्गा के सामने तिल के तेल का दिया जलाने के बाद उसे आप अपने घर की तिजोरी के सामने आरती के रूप में जरूर लेकर आएं। इसके बाद घर की पूर्व दिशा में दिए को रख दें। इससे घर की आर्थिक स्थिति में सुधार आ जाएगा।
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