चंडीगढ़। हरियाणा सरकार लगातार प्रदेश में विदेशी निवेश को बढ़ावा देने के लिए कार्य कर रही है। मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर स्वयं विभिन्न बैठकों के माध्यम से विदेशी कंपनियों के शीर्ष प्रबंधन के साथ बातचीत कर उन्हें हरियाणा में निवेश करने हेतू आमंत्रित करते हैं। इसी कड़ी में मुख्यमंत्री एक प्रतिनिधिमंडल के साथ दुबई दौरे पर गए हैं। अपने दौरे के दौरान वे लगातार वहां की बड़ी कंपनियों के शीर्ष प्रबंधन के साथ बैठकें कर प्रदेश में निवेश करने की अपार संभावनाओं पर चर्चा कर रहे हैं।
मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर की अध्यक्षता में दुबई में ग्लोबल सिटी पर चौथा गोलमेज सम्मेलन का आयोजन किया गया। गुरुग्राम में बनने वाली ग्लोबल सिटी सरकार की एक प्रमुख परियोजना है। इसे हरियाणा राज्य औद्योगिक एवं अवसंरचना विकास निगम (एचएसआईआईडीसी) के माध्यम से विकसित किया जा रहा है। इस सिटी का उद्देश्य शहरी विकास की अवधारणा को फिर से परिभाषित करना है। गुरुग्राम और मुंबई में प्रमुख भारतीय हितधारकों के साथ भी इसी तरह के सम्मेलन आयोजित किए जा चुके हैं।
At Dubai, had productive interactions with Dubai Investments & Sharaf Group regarding infrastructure development, investment, employment, skilling of youth and strengthening of the supply chain in Haryana. pic.twitter.com/jVw7ZxWwaN
— Manohar Lal (@mlkhattar) October 3, 2022
ग्लोबल सिटी के विकसित होने से गुरुग्राम की विश्व मानचित्र पर बनेगी पहचान-
अपने संबोधन में मुख्यमंत्री ने कहा कि उनका विजन इस परियोजना को गुरुग्राम के केंद्रीय व्यापार जिले के रूप में विकसित करने का है। इसके साथ ही, आधुनिक प्रौद्योगिकी क्षेत्रों, भविष्य उन्मुख उद्योगों, निम्न कार्बन हरित बुनियादी ढांचे और ईज ऑफ लिविंग पर अधिक ध्यान दिया जाएगा।
उन्होंने कहा कि ग्लोबल सिटी का डिजाइन बहुत ही प्रभावशाली और इंजीनियरिंग टीम द्वारा तैयार किया गया है, ताकि आसपास की प्रकृति को संरक्षित करते हुए एक अभूतपूर्व शहरी जीवन अनुभव दिया जा सके।
मुख्यमंत्री ने कहा कि इस अद्वितीय, आधुनिक शहरी पारिस्थितिकी तंत्र के निर्माण के माध्यम से, जो नई तकनीक और नवाचार उद्योगों के लिए आधार के रूप में कार्य करेगा, के कारण गुरुग्राम की वैश्विक मानचित्र पर पहचान बनेगी। गोलमेज सम्मेलन के बाद मुख्यमंत्री ने एक-एक कर रियल एस्टेट कंपनियों के साथ विस्तार से चर्चा भी की।
गोलमेज सम्मेलन की शुरुआत दुबई में भारत के महावाणिज्य दूत श्री अमन पुरी ने मुख्यमंत्री और अन्य अतिथियों का स्वागत किया। एचएसआईआईडीसी के प्रबंध निदेशक श्री विकास गुप्ता ने ग्लोबल सिटी प्रोजेक्ट पर एक विस्तृत प्रस्तुतिकरण दिया। उन्होंने बताया कि ग्लोबल सिटी प्रोजेक्ट एक मिक्स्ड लैंड उपयोग परियोजना है जिसे सेक्टर गुरुग्राम के सेक्टर 36 बी, 37 ए और 37 बी और निर्माणाधीन 8-लेन द्वारका एक्सप्रेसवे के साथ आगामी आवासीय और वाणिज्यिक केंद्र में लगभग 1080 एकड़ में “एक शहर के भीतर शहर” के रूप में विकसित करने की कल्पना की गई है। उन्होंने बताया कि जीवन की गुणवत्ता, बुनियादी ढांचे और परिवेश के मामले में किस प्रकार यह परियोजना भविष्य के शहर के लिए एक आदर्श बनेगी।
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डेवलपर्स ने परियोजना के विकास के लिए हरियाणा सरकार की दूरदर्शी सोच की सराहना की और परियोजना में निवेश करने के लिए गहरी दिलचस्पी दिखाई। रियल एस्टेट डेवलपर्स ने अपने सुझाव भी दिये। इन सुझावों में डेवलपर्स को योजना बनाने में और अधिक अधिकार प्रदान करना, अंतरराष्ट्रीय वित्तीय सेवा केंद्र (आईएफएससी), विश्वविद्यालयों आदि जैसी ऐतिहासिक परियोजनाओं का विकास करना शामिल है, जो संभावित निवेशकों के लिए आकर्षण का काम करेंगी। इसके अलावा, यह भी सुझाव दिया गया कि भुगतान तंत्र और सरकारी सहायता के लिए सिंगल विंडो मैकेनिज्म जैसे तंत्र विकसित करना, जो निवेशकों को लुभाने में सहायक होगा।
सम्मेलन में उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला, मुख्यमंत्री के मुख्य प्रधान सचिव डी एस ढेसी, उद्योग एवं वाणिज्य विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव आनंद मोहन शरण, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव वी उमाशंकर, रियल एस्टेट कंपनी के प्रतिनिधि – सोभा रियल्टी, नखील, एमार, लुलु ग्रुप, डीपी वर्ल्ड, शराफ ग्रुप, एलिंगटन प्रॉपर्टीज, दुबई इन्वेस्टमेंट्स, गल्फ इस्लामिक इन्वेस्टमेंट्स, अल-मरजन, अल हमरा, तबरीद, डेन्यूब प्रॉपर्टीज जैसे यूएई के प्रमुख रियल एस्टेट डेवलपर्स शामिल थे।
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